अभिनेता कमाल आर. खान अक्सर अपने विवादित बयानों और ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वह बॉलीवुड के अभिनेताओं/ अभिनेत्रियों और देश के कई नेताओं पर टिप्पणी करते रहते हैं। हाल ही में अक्षय कुमार की रिलीज हुई फिल्म सम्राट पृथ्वीराज को लेकर कमाल आर. खान आलोचना कर रहे हैं। अब गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा है।

KRK ने ट्विटर पर लिखा कि ‘अमित शाह जी फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ की समीक्षा के लिए आधिकारिक क्रिटिक बन गये हैं। उन्होंने अपनी समीक्षा में कहानी, निर्देशन, अभिनय और कला निर्देशन की प्रशंसा की लेकिन फिल्म बेकार है और अमित शाह सुपर फ्लॉप समीक्षक हैं। बिना शिक्षा के कोई भी राजनीति कर सकता है लेकिन हर कोई फिल समीक्षक नहीं बन सकता।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं: आशीष शर्मा ने लिखा कि ‘मूवी की समीक्षा बॉक्स ऑफिस की कमाई से संबंधित नहीं है दोस्त। फिल्म की समीक्षा हमेशा कंटेंट और आपके अपने मन की सोच पर निर्भर करती है।’ अजय कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इनसे मिलिए ये हैं केआरके, अब तक के सबसे खराब कॉमेडियन हैं। मुंह खुलते ही नेगेटिविटी फैलाना शुरू कर देते हैं। इस इंसान की जिंदगी नेगेटिविटी से भरी हुई है,इसका कुछ नहीं हो सकता।’

अभिजीत ने लिखा कि ‘देशद्रोही फिल्म बनाना हर किसी के वश की बात नहीं है।’ शुभम सिंह ने लिखा कि ‘क्या आपको अब अपने जॉब का डर सता रहा है?’ रोहित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सहमत हूं, 1 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ कोई भी क्रिटिक बन सकता है। मेरे 4 अकाउंट आप ब्लॉक कर चुके हो, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं।’

एक यूजर ने लिखा कि ‘अब आप मोर्निंग वाक पर मत जाना भाई।’ अमित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वो सब छोड़ो ये बताओं कि तुम्हारी जीवनी में सलमान भाई का जिक्र है कि नहीं? है तो बताओ यार बुक ऑर्डर करूं।’ प्रियंका नाम की यूजर ने लिखा कि ‘आप उनके बारे में क्या कह रहे हैं? कम से कम उनको कुछ काम तो मिला है। वह तुम्हारी तरह बेकार तो नहीं बैठा है।’

बता दें कि दिल्ली में फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। फिल्म को देखने के लिए गृहमंत्री अमित शाह भी अपने परिवार के साथ पहुंचे हुए थे। फिल्म देखने के बाद अमित शाह ने कहा कि ‘यह फिल्म महिलाओं का सम्मान करने और महिलाओं को सशक्त बनाने की भारतीय संस्कृति को दर्शाती है। 2014 में भारत में एक सांस्कृतिक जागृति शुरू हुई, और यह भारत को फिर से उन ऊंचाइयों पर ले जाएगी जहां कभी भारत हुआ करता था।’