बॉलीवुड के लोगों के करीबी रहे अमर सिंह की नजदीकी उद्योग जगत के लोगों से भी रही थी। धीरूभाई अंबानी से उनका बेहद करीबी रिश्ता रहा, इतना करीब कि उनके घर में धीरूभाई अंबानी की तस्वीर हमेशा लगी रही। अमर सिंह की यह दोस्ती धीरूभाई अंबानी के परिवार से भी हो चली थी लेकिन बाद में अनिल अंबानी और अमर सिंह के बीच रिश्ते तल्ख हो गए। अमर सिंह और अनिल अंबानी की लंबी दोस्ती तो टूट गई लेकिन अनिल की पत्नी टीना अंबानी से उनका जुड़ाव हमेशा बना रहा। टीना ने कभी अमर सिंह का साथ नहीं छोड़ा।

ये थी वजह – जब टीना अंबानी के इकलौते भाई नयन मुनीम का निधन हो गया तो वो इससे बहुत टूट गईं थीं। अमर सिंह ने ऐसे वक्त में उनका बहुत साथ दिया और कहा था कि मुझे अपना भाई मान लो। अमर सिंह ने  न्यूज एक्स से बातचीत में बताया था कि टीना अपने इकलौते भाई के मृत्यु के गम से उबर नहीं पा रही थीं।

उन्होंने बताया, ‘मैंने उन्हें सांत्वना दी और कहा कि मैं ये नहीं कहता कि आप अपने जीवन में भाई की कमी कभी महसूस नहीं करेंगी या इस कमी को पूरा किया का सकता है। लेकिन मुझे अपने भाई की जगह दे दो, मुझे भाई मान लो। मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा।’ इसके बाद टीना अंबानी हमेशा अमर सिंह के संपर्क में रहीं, उस वक़्त भी जब अनिल अंबानी से अमर सिंह के रिश्ते ठीक नहीं थे।

 

टीना अंबानी की तरह ही अमर सिंह की नजदीकी जया बच्चन से भी रही। अमिताभ बच्चन से गहरी दोस्ती के कारण अमर सिंह जया बच्चन को भी बहन ही मानते थे लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि जया बच्चन के कारण ही अमर सिंह और बच्चन परिवार के बीच खटास आ गई।

 

जया बच्चन को राजनीति में लाए थे अमर सिंह – कहा जाता है कि अमर सिंह ही जया बच्चन को राजनीति में लेकर आए थे। अमिताभ बच्चन नहीं चाहते थे कि जया राजनीति में जाएं लेकिन अमर सिंह के कारण ही यह संभव हो पाया कि जया राजनीति में अपनी साख बना सकीं। अमर सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अमिताभ ने उन्हें सलाह दी थी कि वो जया को राजनीति में न लाएं।

अमर सिंह ने बताया था कि उन्होंने अमिताभ की सलाह नहीं मानी। अमर सिंह का कहना था कि अमिताभ जया बच्चन के अस्थिर व्यवहार के कारण उन्हें राजनीति में जाने से रोकते थे।