आलिया भट्ट-रणबीर कपूर की फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ ने बॉलीवुड फिल्मों पर लगे ग्रहण को हटा दिया है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल का प्रदर्शन कर रही है, लेकिन कुछ लोग फिल्म को लेकर नेगिटिव रिव्यू भी दे रहे हैं। फिल्म के डायलॉग पर मीम्स बनाए जा रहे हैं, वहीं कुछ का कहना है कि इस फिल्म में आलिया भट्ट के किरदार की जरूरत ही नहीं थी।

आलोचनाओं के बीच, फिल्म की टीम-रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और निर्देशक अयान मुखर्जी प्रमोशन के लिए अहमदाबाद गए, जहां एक्ट्रेस ने बताया कि फिल्म को लेकर मिल रहे नेगिटिव रिएक्शन से वो कैसे निपट रही हैं।

आलिया ने कहा,” हमें नहीं पता कि हमारे पास दूसरी लाइफ है या नहीं, लेकिन हमारे पास ये लाइफ है। हमारे पास दो ऑप्शन हैं या तो आप पॉजिटिव बनो या पॉजिटिव पर फोकस करो। या तो आप नेगिटिव पर फोकस करो। हाल ही में जब कोई भी नेगिटिव सवाल पूछता है हम बस ये बोलना चाहते हैं कि हमारा दिमाग उधर जा ही नहीं रहा है।”

दर्शकों का हक है कमी निकालना

आगे आलिया ने कहा कि दर्शकों को आलोचना करने का पूरा हक है, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुधे उम्मीद है कि पॉजिटिव, नेगिटिव को मात देता है। आलिया ने कहा,”क्रिटिसिज्म, ओपिनियन, फीडबैक ये सब ऑडियंस का हक है। तो जो आप रिव्यू की बात कर रहे हैं तो ये उनका राइट है, उनका एक ओपिनियन है।”

”हमारी बस यही उम्मीद है कि जो पॉजिटिव हो वो ज्यादा हो और नेगिटिव कम हो। फिल्म रिलीज होने के बाद ऐसा लग रहा है कि पॉजिटिव ही ज्यादा है, वरना जो बॉक्स ऑफिस पर आग लगाई है वो न होता।”

इससे पहले फिल्म डायरेक्टर अयान मुखर्जी ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में इस आलोचनाओं को लेकर बात की थी। उन्होंने आलिया के किरदार को लेकर कहा था, ”मुझे अब भी लगता है कि फिल्म में इस सकारात्मक, खुशमिजाज लड़की की भूमिका निभाने के लिए उन्हें काफी स्वीकार्यता मिलेगी। लेकिन पार्ट टू में हम आलिया के रोल को और बढ़ाएंगे।”