अक्षय कुमार अपनी फिल्मों के अलावा अन्य कई मुद्दों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने 3 साल पहले लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू के बारे में बात की। अक्षय कुमार ने कहा कि उनकी जगह कोई भी होता तो ये मौका न छोड़ता। तमाम लोगों द्वारा कहा जाता है कि शाहरुख खान और अक्षय कुमार राजनीति को लेकर अलग विचारधारा रखते हैं। इस खबर को अक्षय कुमार ने खारिज कर दिया है।

इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में अक्षय ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी का इंटरव्यू लिया था, इससे कई लोगों को परेशानी थी। उन्होंने अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी से पूछा था कि क्या उन्हें आम पसंद हैं? इसके लिए अक्षय कुमार को काफी ट्रोल किया गया था। इसपर अक्षय ने बताया उन्होंने क्यों ये सवाल पीएम मोदी से किया था। अक्षय ने कहा, “मैं उनका ह्यूमन साइड जानना चाहता था, मेरा उनसे पूछने का मन हुआ। मैं जानना चाहता था कि वह उल्टी घड़ी क्यों पहनता है। मैं उससे पूछना चाहता था कि उसके पास बैंक में कितने पैसे हैं। मैं उनसे नीतियों के बारे में नहीं पूछने वाला।”

अक्षय ने बताया कि उन्हें पीए ऑफिस की ओर से कोई निर्देश नहीं दिया गया कि वह किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं। उन्हें पूरी छूट थी। अक्षय ने कहा, “क्या आपको लगता है कि उन्होंने मुझे आम के बारे में पूछने की अनुमति दी होगी? मेरे हाथ में कोई कागज भी नहीं था। बल्कि, मैंने उन्हें एक चुटकुला भी सुनाया था।”

मोदी भक्त के टैग पर कही ये बात

टाइम्स नाउ को दिए अन्य इंटरव्यू में अक्षय ने अपने आप को मिले मोदी भक्त के टैग पर भी बात की। अक्षय ने कहा कि वह राजनीति में नहीं हैं। बल्कि उन्होंने हर मुद्दे पर फिल्में की हैं। अक्षय ने कहा, “यह सच है। कुछ लोग मुझ पर ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के माध्यम से स्वच्छ भारत को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हैं; मैंने ‘पैडमैन’ भी बनाई। लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि मैंने ‘एयरलिफ्ट’ बनाई, जो कांग्रेस के समय की थी। यहां तक ​​कि ‘मिशन रानीगंज’ भी कांग्रेस के समय का है। लेकिन कोई भी इस ओर इशारा नहीं कर रहा है। वे ये बातें तभी कहते हैं जब यह उनकी कहानी के लिए सुविधाजनक हो।”

शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘मिशन रानीगंज’ ने चार दिनों में लगभग 15 करोड़ रुपये की कमाई की है। अक्षय ने स्वीकार किया कि फिल्म ने उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया जितना उन्हें उम्मीद थी।