10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई सनी देओल की फिल्म ‘जाट’ को लेकर विवाद चल रहा है। इसमें रणदीप हुड्डा को राणा तु्ंगा के रोल में दिखाया गया है जो खुद की तुलना रावण से करता है। एक सीन में राणा तुंगा चर्च ईसा मसीह की जगह खड़ा हो जाता है और क्रॉस का भी गलत इस्तेमाल करता है। इसी सीन को लेकर ईसाई समुदाय भड़का हुआ है, जिसके कारण सनी देऔर और रणदीप हुड्डा के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज हो गई है। मगर मेकर्स ने इस विवाद को देखते हुए तुरंत उस विवादित सीन को फिल्म से हटा दिया है।
जी हां! एक्टर्स के खिलाफ हुई एफआईआर के बाद मेकर्स ने एक आधिकारिक बयान जारी किया और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए लोगों से माफी भी मांगी है। उन्होंने अपने बयान में कहा है, “फिल्म के एक सीन को लेकर काफी आलोचना हुई है। इस सीन को तत्काल प्रभाव से फिल्म से हटा दिया गया है। हमारा इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हमें इस पर गहरा खेद है और हमने फिल्म से इस सीन को हटाने का त्वरित कदम उठाया है। हम उन सभी से ईमानदारी से माफी मांगते हैं जिनकी आस्था को ठेस पहुंची है।”
बता दें कि सनी देओल और रणदीप हुड्डा के साथ-साथ विनीत कुमार, फिल्म के डायरेक्टर गोपी चंद मालिनेनी और प्रोड्यूसर नवीन मालिनेनी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल जिस सीन को लेकर विवाद है उसमें चर्च खूब मारधाड़ और खून-खराबा दिखाया गया है। पहले ईसाई समुदाय ने सीन पर आपत्ति जताते हुए एक्शन की मांग की थी और दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने ऐलान किया था कि वो मंगलवार को सिनेमाघरों का घेराव करेंगे लेकिन पुलिस ने मामले को तुरंत संभाला और इसे रोक दिया था।
फिर क्रिश्चियन कम्युनिटी ने ज्वॉइंट पुलिस कमिश्नर को फिल्म पर रोक लगाने का मांग पत्र सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि 10 अप्रैल को ‘जाट’ फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था। फिल्म के एक सीन में चर्च के अंदर लोगों को प्रार्थना करते हुए दिखाया गया है। इसमें पवित्र पुलपट के ऊपर जीसस क्राइस्ट की केस वाली तस्वीर के नीचे रणदीप हुड्डा खड़े हैं और सीन में चर्च के अंदर गुंडागर्दी और लोगों को धमकाने के सीन दिखाए गए हैं, जो आपत्तिजनक हैं। क्रिश्चियन समुदाय की ओर से कहा गया कि इसकी वजह से पूरी कम्युनिटी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। समुदाय की ओर से आरोप लगाया गया कि ये भारत में ईसाई धर्म के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश है और दबाव बनाने की कोशिश की गई है। सीन में चर्च में बअदबी का भी आरोप लगाया गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…