राजस्थान के उदयपुर में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित बयान का कथित रूप से समर्थन करने पर 28 जून को रियाज और गौस मोहम्मद ने एक टेलर कन्हैयालाल की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने देश में हो रही जघन्य घटनाओं का नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराया है। जिसके बाद वर्तमान में सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इसी बीच बॉलीवुड एक्टर ने वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी पर तंज कसा है।

केआरके ने किया ट्वीट: बॉलीवुड फिल्म क्रिटिक्स कमाल आर खान हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं। केआरके ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल आडवाणी जी की एक तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए ट्विटर पर लिखा कि आज आडवाणी जी को इस हालत में देखकर अच्छा तो नहीं लगा। लेकिन आडवाणी जी ने ही भारत में नफरत की राजनीति,मंदिर,मस्जिद की शुरुआत की थी। और कहावत है कि ऊपर वाला इन्साफ दुनिया में ही कर देता है।

इसी के साथ कमाल आर खान ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि जब पुलिस ऑफिसल सुबोध कुमार सिंह को यूपी में कुछ लोगों ने घसीट घसीट कर मारा था, तब इनका ज़मीर नहीं जागा था, जिनका आज जागा है! उस वक्त मारने वालों को आतंकवादी कहना तो दूर की बात, बल्कि हत्यारों को सम्मानित किया गया था! ये दोहरा माप दंड देश के लिए ख़तरनाक है! केआरके यहीं नहीं रुके उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरा ऐसा मानना है,कि हिट्लर जब जब भी आएगा,अंजाम वही होगा,जो पहली बार हुवा था!

लोगों ने दी प्रतिक्रिया: केआरके के ट्वीट के बाद लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि वो औरंगजेब और बाबर थे जिन्होंने वास्तव में मंदिर और मस्जिद नष्ट किया था? आशुतोष पांडे नाम के यूजर लिखते हैं कि खुद की बनाई हुई झूठी बातें फैंलाने के लिए अच्छा सहारा लिया है। अगर सच्चे हिन्दुतानी हो तो एक तरफा देखना छोड़ो। अगर आपको इतिहास मालूम नहीं है तो फालतू में दुबई से ज्ञान भी ना दिया करो । ये भारतीय जनता पार्टी के लोहा पुरुष है। तुम जैसे लोग क्या खाक समझेगे।

आलोक नाम के यूजर लिखते हैं कि राजपाल महाशय के बारे में सुना है या नही और बटवारा मंगल ग्रह वाले आकर करवा कर गए थे। सुनो जो टॉपिक छेड़ा है उसमे 72 छेद है। इसलिए सोच समझ कर बोला करो।

यूजर बोलो जिन्ना को भूल गए क्या: केशव शर्मा नाम के यूजर लिखते हैं कि लेकिन आप हमेशा मुसलमानों का ही पक्ष क्यों लेते हो? और आपने पिछली टिप्पणियों में कहा था कि आप नास्तिक हैं। इससे पता चलता है कि आप कितने नास्तिक हैं। इसी के साथ एक यूजर ने लिखा कि बस सब्र करो और हिटलर का अंजाम देखते जाओ। विशाल नाम के यूजर लिखते हैं कि चाचा जिन्ना को भूल गए क्या निज़ाम को भी भूल गए टीपू सुल्तान को भी भूल गए और भी बहुत कुछ..आप संघर्ष को रामजन्म भूमि से नफरत की राजनीति कैसे कह सकते हैं? तुम लोगों को तो शर्म आनी चाहिए थी..हां इंसाफ तो पूरी दुनिया मैं हो ही रहा है..जय श्री राम