Ashalata Wabgaonkar: मराठी अभिनेत्री आशालता वाबगांवकर का सातारा के एक अस्पताल में मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह कुछ दिन पहले ही बीमार हुई थीं। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वह 79 साल की थीं। एक निजी अस्पताल में अभिनेत्री का 17 सितंबर से इलाज चल रहा था। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”सोमवार शाम को उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।” अभिनेत्री शूटिंग के लिए सातारा आईं थीं। उन्होंने कई मराठी और हिंदी फिल्मों तथा मराठी नाटकों में अभिनय किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक आशालता का सतारा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 (Covid 19) से निधन हो गया है। अभिनेत्री 4 दिनों तक कोरोनावायरस से लड़ती रहीं। जब वह अस्पताल में भर्ती हुईं तो उनकी हालत काफी गंभीर थी।
बताया जा रहा है कि आशालता को कोविड-19 का संक्रमण एक टेलीसेरियल की शूटिंग के दौरान हुआ था। एक्ट्रेस गोवा में जन्मी थीं। आशालता वाबगांवकर ने कई हिट हिंदी फिल्में में काम किया। उन्होंने बॉलीवुड में फिल्म जंजीर से डेब्यू किया था।1973 में आई फिल्म जंजीर में आशालता वाबगांवकर ने अमिताभ बच्चन की सौतेली मां का किरदार निभाया था। इस रोल से उन्होंने ऑडियंस के बीच अपनी खास पहचान बनाई थी।
आज फार हतबल झाल्ये. कोविडनी एक अत्यंत सुंदर जिवाचा बळी घेतला. आशालता ताईं अनंतात विलीन झाल्या. अत्यंत मायाळू, प्रेमळ, संवेदनशील, उत्तम कलाकार. मला नेहमीच “बाळा” म्हणत आशीर्वाद देणाऱ्या आशालता ताईच्या आत्म्याला शांती लाभो. भावपूर्ण श्रद्धांजली
— Renuka Shahane (@renukash) September 22, 2020
आशालता हिंदी और मराठी मिलाकर 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी थीं। फिल्मों के साथ साथ वह मराठी प्लेज में भाग लेती थीं। बासु चटर्जी की फिल्म अपने पराए के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए भी नॉमिनेट किया गया था। फिल्म अंकुश, अपने पराए, आहिस्ता आहिस्ता, शौकीन, वो सात दिन, नमक हलाल और यादों की कसम में आशालता ने बेहतरीन काम किया। आशालता अभिनय के अलावा मराठी नाट्यसंगीत गायिका भी थीं।
(इनपुट-भाषा से भी)