चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने के प्रस्ताव को नकार दिया है। अपने ट्विटर हैंडल के जरिये उन्होंने खुद ये जानकारी दी है। कुछ लोगों का कहना है कि ये कांग्रेस की एक नई चाल है तो कुछ लोग प्रशांत किशोर के कांग्रेस में ना शामिल होने के फैसले की तारीफ कर रहे हैं। बॉलीवुड एक्टर कमाल आर. खान ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

कमाल आर. खान ने ट्विटर पर लिखा कि “प्रशांत भाई साहब प्रस्ताव ठुकराने के लिए धन्यवाद। कांग्रेस पार्टी बर्बाद होने से बच गई। आज मैं राहुल गांधी से सहमत हूं कि तुम बहुत होशियार हो।” सिर्फ KRK ही नहीं, सोशल मीडिया पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

मनीष नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जो पहले से ही बर्बाद है वो और क्या होगा। एक ऐसे व्यक्ति को शामिल करना चाह रहे थे जो 79 साल बाद उन्हें राजनीति सिखा सके। देखते जाइए कांग्रेस का हाल।’ कमलेश भट्ट नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वैसे रणनीतिकार वही, जो चुनौती स्वीकार कर अपनी रणनीति का लोहा मनवाए। स्थितियां अनुकूल हों तो कोई भी बहती गंगा में हाथ धो सकता है।’

रवि कालरा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आखिर कौन है ये प्रशांत किशोर? क्यों इन महाशय को इतना तवज्जो दिया जा रहा है? चुनाव कार्यकर्ता की मेहनत से जीता जाता है और कांग्रेस का कार्यकर्ता पूरी जी जान से पार्टी के साथ है, वो निःस्वार्थ भाव से सेवा करता है। तवज्जो देनी है तो कार्यकर्ताओं को दो, ऐसे एजेंसी व्यापारियों को नहीं।’ सौरभ सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘प्रशांत किशोर कांग्रेस को बनाएंगे? कांग्रेस, सैकड़ों प्रशांत किशोर जैसों को बनाती है। प्रशांत किशोर से कई गुना अच्छे हैं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता।’

शैलेंद्र सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप ज्वाइन भी कर लेते तो भी कुछ भला नहीं होने वाला था कांग्रेस का। आपको सब रणनीतिकार बोलते हैं लेकिन मैं नहीं  मानता। आप जिस तरफ हवा होती है उस पार्टी का साथ देते हैं। ऐसा नहीं है तो कांग्रेस और बीएसपी का साथ दीजिए।’ सुरभी नाम की यूजर ने लिखा कि ‘अगर यही करना था तो प्रजेंटेशन देने क्यों गए थे?’

आशुतोष नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भाई आप कुछ मत करो, अपनी पार्टी बनाओ और जो स्ट्रैटिजी दूसरों को बेचते हो वो खुद अपनाओ, जीत कर ‘प्रधानमंत्री’ बनो। उसके बाद बिहार से पलायन खत्म करो, मैं ये सब इसलिए बता रहा हूं कि 4 -5 साल पहले आप बिहार के लिए एक रोडमैप तैयार कर रहे थे, क्या ये बेचो, खरीदो लगा रखा है?’ सुरेंद्र नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पीके बाबू, आप कुछ मत करो, अपनी पार्टी बनाओ और जो रणनीति दूसरों को बेचते हो वो खुद अपनाओ, जीत कर प्रधानमंत्री बनो!’