कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और विस्थापन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ इन दिनों चर्चा में है। न केवल आम जनता के बीच बल्कि सदन तक में इस फिल्म को लेकर बहस जारी है। अब तक देश के 8 राज्यों में ये फिल्म टैक्स फ्री हो चुकी है। जिसमें ज्यादातर बीजेपी शासित सूबे शामिल हैं। अब दिल्ली में भी इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग हो रही है। इस मांग को केजरीवाल सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है।
अभिनेता अभिनेता गजेंद्र चौहान ने फिल्म को टैक्स फ्री ना करने को लेकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को घेरा है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ”फ्री-फ्री-फ्री करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जी दिल्ली में सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री क्यों नही कर रहे।” एक्टर के इस ट्वीट के बाद कमेंट्स की झड़ी लग गई।
जनसेवक नाम के यूजर ने लिखा, ”फ्री फ्री फ्री गोधरा कांड पर मूवी बन जाये तो गुजरात में फ्री होगी। लखीमपुर खीरी फाइल्स फ्री होगी और कश्मीर फाइल्स तो अटल जी शासनकाल में हुआ था, क्यों मरने के बाद भी अटल जी पर पत्थर फेंक रहे हैं मोदी जी।” दुर्वाशा ने लिखा, ”गज्जू भाई, केंद्र सरकार फिल्म को जीएसटी फ्री क्यों नहीं कर रही?”
कदम ने लिखा, ”इतनी अच्छी फिल्म है, सरकार को इस फिल्म को सूर्यवंशम की तरह टीवी के हर चैनल पर दिखाना चाहिए। लोग सच्चाई जानने के लिए पैसा क्यों दें। जैसे की विवेक ने जनता को जागरूक करने के लिए ये फिल्म बनाई है। पैसा उनके लिए जरूरी नहीं है। चलो इसे टीवी और ओटीटी पर रिलीज कर दो।”
शालिनी ने लिखा, ”हकीकत की चीज को फ्री करने से सभी को डर लगता है। अगर जनता जाग गई और दिल्ली दंगों की याद आ गई तो क्या होगा? MCD चुनाव के लिए जितनी मेहनत कर रहे हैं, कहीं उस पर जनता ने पानी फेर दिया तो। डर सबको लगता है।”
सौरभ ने लिखा, ”फ्री किस लिए, जिसको देखना है पैसा लगा कर देखे। देश में जहर फैलाने वाली फिल्म को टैक्स फ्री नहीं और महंगा रेट कर देना चाहिए!” देवीनंदी मिश्रा ने लिखा, ”अगर यही फिल्म किसी अन्य धर्म के ऊपर बनी होती, जिसमें हिंदू अत्याचार कर रहा है तो तुरंत फ्री कर देते केजरीवाल।” प्रकाश सोलंकी ने लिखा, ”अमीर अन्धभक्तों को फिल्म दिखाने के लिए 27 रुपए टैक्स माफ कर के आम जनता का सिलेंडर 50 रुपए और महंगा।”