राजस्थान विधानसभा में चुनाव में अब हनुमान जी को लेकर भाजपा नेताओं के बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है। योगी आदित्यनाथ के बाद अब केंद्रीय मंत्री सत्यपाल चौधरी और कई बार विवादित बयान दे चुके राजस्थान भाजपा के विधायक ज्ञानदेव आहूजा के नाम इस फेहरिस्त में जुड़ गए हैं। रोचक बात यह है कि ये तीनों ही बयान अलवर जिले में ही सामने आए।

केंद्रीय मंत्री ने खारिज किया योगी का दावा
बीते मंगलवार को योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित और वंचित बताया था। अब गुरुवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल चौधरी ने कहा- भगवान राम और हनुमान के युग में जाति नहीं वर्ण व्यवस्था थी। हनुमान जी दलित नहीं आर्य थे। जबकि दलित, शोषित और वंचित शब्द आधुनिक नामकरण हैं। योगी का विरोध करने वालों में उनके अपने ही शामिल हो गए हैं। बैरिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि भगवान को जातियों में बांटना ठीक नहीं है। वहीं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने भी कहा कि अपनी बातें सभ्यता से रखनी चाहिए।

ज्ञानदेव के बयान पर शुरू हुआ विवाद
जेएनयू में कंडोम की संख्या को लेकर बयान देकर सुर्खियों में आए ज्ञानदेव आहूजा ने अब हनुमान जी को लेकर ऐसा बयान दिया है कि इस पर फिर से हंगामा तय है। एक वीडियो में आहूजा ने हनुमान जी को घोटेवाला सांड बताया है। उन्होंने पहले हनुमान जी के जयकारे लगवाए फिर उन्हें घोटेवाला सांड कहकर जोर से ठहाका लगाया। उल्लेखनीय है कि अब तक वे कई बार हनुमान जी का अपना ईष्ट देवता भी बता चुके हैं।

‘योगी के राजस्थान आने पर लगे रोक’
उल्लेखनीय है कि योगी के बयान पर साधु-संतों ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की थी। ब्राह्रमण समाज के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने तो उन्हें लीगल नोटिस भी भेजा है। इसके अलावा उन पर आचार संहिता के उल्लंघन और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का भी आरोप लगा है। कांग्रेस ने उन्हें स्टार प्रचारक की सूची से हटाने और राजस्थान में प्रवेश पर रोक लगाने की भी मांग की।