प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक एंट्री को लेकर चुटकियों और विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, ‘जीरो प्लस जीरो हमेशा जीरो ही होता है। प्रियंका जी पहली बार राजनीति में नहीं आई हैं। 2014, 2017 के चुनाव में भी उन्होंने पार्टी का नेतृत्व किया था। कांग्रेस की दुर्गति उस समय भी हुई थी, वही स्थिति इस बार भी रहेगी। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पर इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है।’ उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ फरवरी के पहले हफ्ते में पश्चिम बंगाल के दौरे पर भी जाने वाले हैं।
योगी के सामने बड़ी चुनौतीः उल्लेखनीय है कि प्रियंका को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महासचिव बनाने के साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी है। यह इलाका भाजपा के गढ़ जैसा है और इसी में योगी आदित्यनाथ का गृह क्षेत्र गोरखपुर भी आता है। गोरखपुर उपचुनाव में मिली हार के बाद योगी के सामने इस लोकसभा चुनाव में अपनी प्रतिष्ठा साबित करने की भी चुनौती होगी। सपा-बसपा के गठजोड़ ने उपचुनाव हराया था, अब प्रियंका के आ जाने से योगी के लिए मुसीबत और बढ़ती नजर आ रही है।
यूपी विधानसभा चुनाव में ऐसी थी प्रियंका की भूमिकाः योगी ने अपने बयान में जिक्र किया है कि प्रियंका गांधी पहले भी कांग्रेस में नेतृत्व कर चुकी हैं। दरअसल 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका खासी सक्रिय रही थीं। तब सपा-कांग्रेस गठबंधन हो या पार्टी के प्रचार की रणनीति हर स्तर पर प्रियंका की सक्रिय भूमिका रही थी। अब जेडीयू नेता बन चुके प्रशांत किशोर उस चुनाव में कांग्रेस के रणनीतिकार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक तब उन्होंने प्रियंका को आगे करने का सुझाव भी दिया था।