लोकसभा चुनाव 2019 के समाप्त होने के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक उठापटक का दौर शुरू हो चुका है। मंगलवार (28 मई) को दिल्ली में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के दो विधायक समेत करीब 50 से अधिक पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए। गौरतलब है कि बीजेपी में शामिल होने वाले ये पार्षद बंगाल के 24 परगना जिले के कंचरापारा, हलिशहर और नैहाती नगर पालिका के हैं। ऐसे में भाटपारा नगरपालिका पर बीजेपी का कब्जा हो जाएगा। बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ही भाटपारा नगर पालिका के अध्यक्ष हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव के खत्म होते ही बीजेपी ने अब नगर पालिका और विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

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क्या है मामला: दरअसल, मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और टीएसमी से अलग होकर बीजेपी में शामिल मुकुल रॉय की मौजूदगी में पश्चिम बंगाल से दर्जनों नेता बीजेपी में शामिल हुए। इनमें टीएमसी के विधायक तुषारक्रांति भट्टाचार्य, मुकुल रॉय के विधायक बेटे और माकपा के विधायक देवेन्द्र नाथ राय शामिल हैं। इसके अलावा टीएमसी के 50 से ज्यादा पार्षद भी बोजेपी में शमिल हो गए। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि संख्या बल के आधार पर पश्चिम बंगाल की कई नगर पालिकाओं में अब बीजेपी का कब्ज़ा हो जाएगा। बताया जा रहा है कि बीजेपी का दामन थामने वाले पार्षद कंचरापारा, हलिशहर और नैहाती नगर पालिका के हैं। साथ ही बीजेपी का भाटपारा नगरपालिका पर भी कब्जा होगा, अभी वहां बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह भाटपारा नगरपालिका के अध्यक्ष हैं।

क्या बोले अर्जुन सिंह: बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह के मुताबिक अब उनकी पार्टी का भाटपारा नगरपालिका पर कब्जा होगा। अर्जुन खुद भाटपारा नगरपालिका के अध्यक्ष हैं। बताया जा रहा है कि लोकसभा के बाद बीजेपी ने मिशन बंगाल की भी शुरुआत कर दी है, जिसमें पहला कदम नगरपालिका पर कब्जा करना है।