Rajasthan, MP, Mizoram, Telangana, Chhattisgarh Election Chunav Result 2018 Updates: राजस्थान की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता के नाम पर फैसला नहीं हो सका। बैठक के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि अब मुख्यमंत्री पद के लिए नेता की घोषणा आलाकमान ही करेगा। बता दें कि कमलनाथ और ज्योतिरादित्च सिंधिया दोनों को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। ऐसे में विधायकों के लिए सर्वमान्य नेता का चयन करना मुश्किल था। लिहाजा, कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों ने इसका निर्णय पार्टी हाई कमान पर छोड़ दिया। इस बीच, जयपुर में मुख्यमंत्री के दो दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों में टकराव हो गया।
दूसरी तरफ, राजस्थान में भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें विधायक दल के नेता के नाम पर फैसला नहीं हो सका। ऐसे में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि विधायक दल के नेता के नाम पर अब कांग्रेस आलाकमान ही अंतिम फैसला करेगा। मौजूदा हालात को देखते हुए यह स्पष्ट हो गया है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला नई दिल्ली से ही होगा।
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Highlights
मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल की बैठक समाप्त हो चुकी है। इसके बाद कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने बताया कि राज्य के सभी कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है कि मध्य प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा यह राहुल गांधी ही तय करेंगे।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे अपने मजबूत किलों में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई है। छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत पाया है। वहीं राजस्थान में भी कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है। अब वहां सीएम के नाम पर पेंच फंसा हुआ है। हालांकि सीएम की रेस में शामिल अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता ही सीएम के नाम पर फैसला लेंगे और जो भी फैसला होगा, वो उन्हें मंजूर होगा।
छत्तीसगढ़ में भाजपा का 15 साल पुराना किला ढह गया। इस बार के चुनाव में कांग्रेस को 68, भाजपा को 15, जेसीसी (जे) को 5 और बसपा को 2 सीटें मिली। बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने भाजपा को शिकस्त दी। हालांकि, यहां कांटे की टक्कर रही। यहां कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को 2 और अन्य को 5 सीटें मिली। राजस्थान की बात करें तो यहां भी कांग्रेस को 99, भाजपा को 73, बसपा को 6 और अन्य को 21 सीटें मिली। सरकार बनाने के लिए 101 सीटों की जरूरत है। मिजोरम में एमएनएफ को 26, कांग्रेस को 5, भाजपा को 1 और अन्य को 8 सीटें मिली। 119 सीटों वाले राज्य तेलंगाना में टीआरएस को 88, कांग्रेस को 19, टीडीपी को 2 और भाजपा को 1 सीट मिली।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि उन्हें विनम्रता से हार स्वीकार है और अब वह लोकसभा चुनाव में शानदार सफलता के लिए मेहनत करेंगे।
राजस्थान में विधायकों की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान सीएम का फैसला राहुल गांधी करेंगे।
एमपी में सीएम के नाम को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि 'मौका मिलने पर वह कोई भी जिम्मेदारी उठाने को तैयार हैं।' बता दें कि कांग्रेस को 121 विधायकों का समर्थन है और ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ सीएम पद की रेस में शामिल हैं। शाम 4 बजे कांग्रेस विधायकों की बैठक होगी, जिसमें सीएम के नाम पर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि कल तक एमपी में सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के दल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं ने 121 विधायकों के समर्थन वाला पत्र भी राज्यपाल को सौंपा। माना जा रहा है कि कल तक मध्य प्रदेश के नए सीएम के नाम का ऐलान हो जाएगा।
राजस्थान में जीत के बाद अब कांग्रेस सीएम के नाम पर मंथन कर रही है। जयपुर में पार्टी विधायकों की बैठक चल रही है, जिसमें सीएम के नाम पर चर्चा होने की संभावना है।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस की जीत पर पहला बयान दिया है। अपने बयान में सोनिया गांधी ने कहा कि 'उनकी पार्टी को भाजपा की नकारात्मक राजनीति पर जीत मिली है।'
एमपी में शाम 4 बजे कांग्रेस विधायकों की बैठक होगी। इस बैठक में वरिष्ट नेता एके एंटनी भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में सीएम के नाम पर सहमति बन सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सफलता हासिल करने के बाद कहा कि अब बदलाव का वक्त है और कांग्रेस पर बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने तीनों राज्यों के भाजपा मुख्यमंत्रियों को जनता के लिए काम करने के लिए धन्यवाद भी किया। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने रोजगार को लेकर किए गए वादों को नहीं निभाया। राहुल ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आमलोग उनके काम करने के तौर-तरीकों से खुश नहीं है। हिन्दी हार्टलैंड के तीन राज्यों को बीजेपी के हाथ से झटकने के बावजूद राहुल गांधी को ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ईवीएम फुलप्रूफ नहीं है और भारत में ही नहीं, बल्कि अन्य देशों में भी इसको लेकर सवाल उठे हैं।
चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत पर कांग्रेस को बधाई दी है। इसके अलावा उन्होंने चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और मिजो नेशनल फ्रंट (मिजोरम) को भी जीत की बधाई दी है। पीएम मोदी ने लिखा कि वह जनादेश को पूरी विनम्रता से स्वीकार करते हैं। उन्होंने बीजेपी शासित तीनों राज्यों की जनता और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से 2 सीट दूर हैं। हालांकि खबर आ रही है कि कांग्रेस नेता आज दोपहर 12 बजे गवर्नर से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। कांग्रेस बहुमत के लिए कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन ले सकती है।
टीआरएस चीफ के. चंद्रशेखर राव गुरुवार को तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। बता दें कि तेलंगाना में टीआरएस ने 88 सीटों पर जीत दर्ज की है और स्पष्ट बहुमत पाया है।
चुनाव नतीजों को देखकर पता चलता है कि विधानसभा चुनावों में प्रचार के दौरान धार्मिक मुद्दे खूब उछाले गए, लेकिन जिन सीटों पर धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिशें की गईं, वहां पर पार्टियों को हार का सामना करना पड़ा। योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में अली-बजरंगबली जैसा बयान दिया, तो वहां भाजपा को हार मिली। वहीं राहुल गांधी ने पुष्कर में गोत्र का मुद्दा छेड़ा तो वहां कांग्रेस भी प्रभावी जीत दर्ज करने में नाकामयाब रही।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया। कहा कि यह किसानों व युवाओं की जीत है। इस जनादेश से यह संकेत मिलते हैं कि राजग सरकार के काम से देश की जनता खुश नहीं है। यह जीत कांग्रेस कार्यकर्ताओं, किसानों, युवाओं और छोटे दुकानदार की है। अब हम अपने विजन के मुताबिक काम शुरू करेंगे। हमारा उद्देश्य किसी विचारधारा को मिटाना नहीं है। वर्ष 2019 में हम फिर भाजपा को हराएंगे लेकिन किसी विचारधारा को खत्म करने में कांग्रेस कतई यकीन नहीं करती है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे कांग्रेस के लिए कई सकारात्मक बदलाव लेकर आया है। पार्टी के लिए एक बड़ी खबर यह है कि इन राज्यों में अनूसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर चुने गए प्रतिनिधियों में कांग्रेस की हिस्सेदारी बढ़कर दोगुनी होने की ओर है। वहीं, 2013 के मुकाबले बीजेपी की हिस्सेदारी इन सीटों पर घटकर आधी रह जाएगी।
इस बार मध्य प्रदेश में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा वोट मिला है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़े के अनुसार, भाजपा को राज्य में कुल वोट का 41 प्रतिशत मिला है। वहीं, कांग्रेस का वोट प्रतिशत से भाजपा से 0.1 प्रतिशत कम है। इसके बावजूद कांग्रेस को भाजपा से पांच सीटें अधिक मिली है।
इंडियन एक्सप्रेस द्वारा राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजों का एक आकलन किया है। इसके मुताबिक, अगर मतदान का यही ट्रेंड छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान में जारी रहा तो बीजेपी को यहां 31 लोकसभा सीटें गंवानी पड़ सकती हैं। बता दें कि 2014 के आम चुनाव में इन राज्यों की 65 लोकसभा सीटों में से 62 पर बीजेपी को जीत मिली थी।
राजस्थान में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। 199 सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को 99 सीटें मिली। वहीं, भाजपा 73 पर सिमट गई। इसके बावजूद कांग्रेस अकेले सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। सरकार बनाने के लिए कम से कम 101 सीटों की जरूरत है। ऐसे में कांग्रेस की नजर निर्दलीय व अन्य पार्टियों पर है।
मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने भाजपा को शिकस्त दी। यहां कांटे की टक्कर देखने को मिली। यहां कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को 2 और अन्य को 5 सीटें मिली। हालांकि, बहुमत के लिए 116 सीटों की जरूरत है।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जनता का फैसला स्वीकार है। वसुंधरा ने कहा कि वह भविष्य में जनता से जुड़े मुद्दों को उठाती रहेंगी।
विधानसभा चुनावों में सफलता मिलने के बाद मीडिया से रूबरू हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की अपनी एक अलग विचारधारा है। कांग्रेस इससे लड़ेगी और उसे हराएगी। कांग्रेस ने उन्हें आज हराया और हमलोग 2019 में भी इसे दोहराएंगे, लेकिन हमलोग किसी को भारत से समाप्त नहीं करना चाहते।
कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता एके. एंटनी को मध्य प्रदेश का ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। इसके अलावा लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी को रुझानों में 110 तो कांग्रेस को 112 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। ऐसे में एंटनी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
विधानसभा चुनाव में सफलता से उत्साहित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों में महागठबंधन बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा-कांग्रेस की विचारधारा एक है। बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सपा या बसपा से गठजोड़ नहीं किया था।
हिन्दी हार्टलैंड के तीन राज्यों को बीजेपी के हाथ से झटकने के बावजूद राहुल गांधी को ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ईवीएम फुलप्रूफ नहीं है और भारत में ही नहीं, बल्कि अन्य देशों में भी इसको लेकर सवाल उठे हैं।
तेलंगाना के गौरव के नाम पर और अपनी कल्याणकारी योजनाओं के साथ चुनाव लड़ने वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को विधानसभा चुनावों में जबरदस्त जीत मिली है। प्रदेश में सत्तारूढ़ दल ने 119 में से 88 सीटें हासिल की हैं। मिजोरम में सत्तारूढ़ कांग्रेस के हाथ से सत्ता चली गई है। मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) स्पष्ट बहुमत हासिल किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश का आर्थिक ढांचा चरमरा रहा है, लेकिन पीएम मोदी इससे नहीं निपट पा रहे हैं। बकौल राहुल, फैसला लेने में पीएम मोदी पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो चुके हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सफलता हासिल करने के बाद कहा कि अब बदलाव का वक्त है और कांग्रेस पर बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी। साथ ही तीनों राज्यों के भाजपा मुख्यमंत्रियों को जनता के लिए काम करने के लिए धन्यवाद भी किया। राहुल गांधी ने कहा कि यह युवाओं, किसानों और छोटे व्यवसायियों की जीत है।
चुनावी रुझानों में बीजेपी के पिछड़ने के बाद लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया, 'ये पब्लिक है ये सब जानती है, बखूबी अब जुमला पहचानती है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, राम जाने जनता जाने, आगे क्या होगा। न्यायप्रिय जनता को बहुत-बहुत बधाई।'
हिन्दी हार्टलैंड में संपन्न चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद कांग्रेस उत्साहित है। कांग्रेस ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कार्यकर्ताओं के हौसले को और बढ़ाने का प्रयास किया है। इस वीडियो में गुलाल फिल्म के गानों को शामिल किया गया है। इस गाने के बोल कुछ इस तरह है- 'कौरवों की भीड़ हो या पांडवों का नीर हो, जो लड़ सका है वो ही तो महान है'
मिजोरम विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। चुनाव परिणाम आने के साथ ही मुख्यमंत्री लाल थनहवला ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा, 'यह (चुनाव परिणाम) बेहद निराशाजनक रहा। मैंने ऐसी अपेक्षा नहीं की थी। मैंने राज्य में जेडपीएम नाम से बने नए गठजोड़ को कम कर के आंका।'
पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के रुझानों के साथ दिल्ली की गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों को गोलबंद करने में जुटीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजधानी पहुंच गई हैं। उन्होंने पांचों राज्यों के चुनावों को सेमीफाइनल करार दिया। उन्होंने कहा कि फाइनल मैच तो वर्ष 2019 के चुनावों में खेला जाएगा।
अब तक के रुझानों में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस के प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने की संभावना है। इससे उत्साहित केसीआर ने कहा कि अब वह सक्रिय रूप से राष्ट्रीय राजीनति में हिस्सा लेंगे। केसीआर और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का रुझान आने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता से उखाड़ा गया है। बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक शिवसेना पिछले कई महीनों से भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है। बता दें कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार थी। अब तक के रुझानों पर भरोसा करें तो तीनों राज्यों में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है।
तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने 1985 से कभी चुनाव नहीं हारने का रिकार्ड इस चुनाव में भी बरकरार रहा। वह गजवेल विधानसभा सीट से विजयी हुए हैं। केसीआर के रूप में प्रसिद्ध राव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के वी. प्रताप रेड्डी को 50,000 से ज्यादा मतों के अंतर से हराया। 2014 में, टीआरएस प्रमुख ने यहां से प्रताप रेड्डी के खिलाफ 19,391 मतों से जीत हासिल की थी। रेड्डी ने तेलुगू देशम पार्टी(तेदेपा) से चुनाव लड़ा था। 64 वर्षीय नेता अविभाजित आंध्रप्रदेश के समय सिद्दीपेट विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते थे। वह यहां 1985 से लगातार छह बार चुने गए। उनकी एकमात्र हार 1983 में इसी सीट से हुई थी। उन्होंने तब तेदेपा से अपना पहला चुनाव लड़ा था।
टीआरएस के कार्यालयों सहित तेलंगाना भवन और हैदराबाद मुख्यालय पर जश्न मनना शुरू हो गया है। टीआरएस कार्यकर्ता वहां ढोल की धुन पर नाचते दिखे, पटाखे फोड़े गए और मिठाइयां भी बांटी गई। कांग्रेस के उम्मीदवार 22 सीटों पर आगे चल रहे हैं और उसकी सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी दो सीट पर आगे है। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाला एआईएमआईएम पांच सीटों पर, भाजपा तीन सीटों पर आगे है और अन्य दो सीटों पर आगे है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 51,000 से ज्यादा मतों के अंतर से गजवेल विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के रुझानों में कांग्रेस को बढ़त मिलने के बाद मंगलवार राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बधाई दी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से सोमवार को अलग हुए रालोसपा के अध्यक्ष कुशवाहा ने बिना किसी का नाम लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और राहुल गांधी को बधाई दी। कुशवाहा ने ट्वीट किया, "लोकतंत्र में हमेशा जनहित की ही जीत होती है। जुमलेबाजी की पोल एक दिन खुल ही जाती है। जीत के लिए राहुल गांधी जी को बहुत-बहुत बधाई।" कुशवाहा ने करीब साढ़े चार साल राजग सरकार में केंद्रीय मंत्री रहने के बाद सोमवार को इस्तीफा दे दिया था।
पश्चिम बंगाल, बिहार व कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार को तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस की भारी जीत पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को बधाई दी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी ने टेलीफोन पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष को अपनी बधाई दी। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष व आंध्र प्रदेश में विपक्ष के नेता वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी व शारदा पीठम के प्रमुख स्वरूपानंदेन्द्र सरस्वती ने भी चंद्रशेखर राव को बधाई दी।
केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि ये नतीजे ‘‘स्थानीय मुद्दों’’ पर आधारित है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के कामकाज पर जनादेश नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जनता के फैसले को स्वीकार कर लिया है। नाइक ने पीटीआई से फोन पर कहा, ‘‘यह नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के खिलाफ जनादेश नहीं है बल्कि स्थानीय मुद्दों के कारण ऐसे नतीजे सामने आए हैं।’’ आयुष मंत्री ने कहा, ‘‘लेकिन कुछ चीजें हैं जिनका आत्मविश्लेषण किए जाने की आवश्यकता है। लोकतंत्र में हमें जनता के आदेश को स्वीकार करना होगा। भाजपा ने नतीजे स्वीकार कर लिए हैं।’’