Chhattisgarh Election Result 2018: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बड़ी जीत, मिलीं 67 सीटें
Chhattisgarh Election Chunav Result 2018, Chhattisgarh Vidhan Sabha Chunav Election Result 2018: बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उपलब्ध नतीजों के मुताबिक, कांग्रेस को 67 सीटें मिलीं और वह एक सीट पर आगे चल रही थी।

Chhattisgarh Vidhan Sabha Election Result 2018, Chhattisgarh Chunav Result 2018: छत्तीगढ़ चुनाव में कांग्रेस कुल 90 में से 67 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने को तैयार है। प्रदेश में बहुमत की सरकार बनाने के लिए पार्टी को 46 सीटों की दरकार थी। चुनाव में 15 सालों से प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के खाते में महज 15 सीटें आईं। बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उपलब्ध नतीजों के मुताबिक, कांग्रेस को 67 सीटें मिलीं और वह एक सीट पर आगे (खबर लिखे जाने तक) चल रही थी।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महज 15 सीटों पर सिमट कर रह गई। राज्य में मायावती नीत बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) को दो सीटें और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को पांच सीटें मिलीं। बसपा और जोगी की पार्टी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उन्हें कुल सात सीटें मिलीं।
बता दें कि 11 दिसंबर की शाम जैसे ही रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलने के आसार स्पष्ट हो गए, रमन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि वह हार की जिम्मेदारी लेते हैं। बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इसके लिए कहीं भी जवाबदेह नहीं है। अब सरकार गठन के लिए कांग्रेस संसदीय दल की बैठक जल्द होने की संभावना है। 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 49 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 39 और बसपा तथा निर्दलीय को एक-एक सीटें मिली थीं।
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Highlights
ईवीएम को लेकर राहुल गांधी ने कहा, "जहां तक ईवीएम की बात है, इससे जुड़े कई मसले हैं। अगर लोग ईवीएम से संतुष्ट नहीं है तो यह एक बड़ा मसला है जिसे हल किया जाना जरूरी है।" उन्होंने आगे कहा, "अगर चिप से छेड़छाड़ हुई है तो यह पूरे वोटिंग सिस्टम पर असर डाल सकता है। लेकिन ऐसा मैनुअल वोटिंग में नहीं हो सकता है। यूके और अन्य कई देशों में लोगों को ईवीएम नहीं चाहिए थी।"
बीजेपी की विचारधारा पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, "सपा, बसपा और कांग्रेस की विचारधारा एक है जो बीजेपी से अलग है।" वहीं मुख्यमंत्री पद की दावेरदारी को लेकर उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। इस काम को आराम से पूरा किया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस वार्ता शुरू हो गई है। उन्होंने तेलंगाना और मिजोरम में जीतने वाली पार्टियों को बधाई दी है। वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की जीत पर उन्होंने कहा, 'यह जीत कांग्रेस के वरकर्स, छोटे व्यापारियों और किसानों की जीत है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और हम इस पर काम करेंगे।'
कांग्रेस के उमेश पटेल खरसिया सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। उनके पीछे हैं ओपी चौधरी जो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं। मतगणना जारी है और दोनों के बीच 17010 वोटों का फर्क है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कांग्रेस को जीत की बधाई दी है। उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस, MNF को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। नतीजे देश का मूड साफ-साफ बता रहे हैं।"
खुज्जी विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार छन्नी चंदू साहू अपनी बढ़त बनाए हुए है। वह बीजेपी के हिरेन्द्र कुमार साहू से 13475 वोटों से आगे चल रहे हैं। मतगणना अभी जारी है और थोड़ी ही देर में फाइनल रिजल्ट सबके सामने होगा।
कोरबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार जयसिंह अग्रवाल(जयसिंह भैय्या), बीजेपी के उम्मीदवार विकास महतो से 7621 वोटों के अंतर से आगे हैं। थोड़ी ही देर में नतीजे सबके सामने होंगे।
छत्तीसगढ़ की कोन्टा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के कवासी लखमा अपनी बढ़त बनाए हुए है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धनीराम बारसे को 6659 वोटो से पछाड़ रखा है। मतगणना अभी जारी है।
हार की जिम्मेदारी लेते हुए सीएम रमन सिंह ने कहा, "मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं क्योंकि चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा गया था। हम लोग एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। हम जनादेश का सम्मान करते हैं। मैं कांग्रेस को इस जीत की बधाई देता हूं। 15 साल तक मैंने छत्तीसगढ़ की सेवा की इसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूं।"
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी प्रेस वार्ता में हार की जिम्मेदारी ली है। राज्य में पार्टी की हार को लेकर उन्होंने कहा है कि वह इसका विश्लेशण करेंगे। वहीं इन चुनाव नतीजों का आगामी लोकसभा चुनाव पर असर पड़ने की बात को उन्होंने खारिज कर दिया। सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस को जीत पर बधाई दी है और अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव नतीजों पर कहा है कि यह अगले 2-3 महीने में 2019 में होने वाले इलेक्शन्स का सेमी-फाइनल है। 2019 में अंतिम मुकाबले के नतीजे अब साफ हो चुके हैं और हम अब सिर्फ चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। 2019 के लिए उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में मंगलवार शाम रुझानों और फिर कुछ सीटों पर आए नतीजों के साथ ही कांग्रेस के चुनावी जश्न का आगाज हो गया। रायपुर स्थित पार्टी दफ्तर के बाहर छत्तीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ जीत की होली खेली।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा- छत्तीसगढ़वासियों ने ये लड़ाई अपने हाथों में ले ली है। हम राहुल गांधी के शुक्रगुजार हैं, हम जनता के ये चुनाव लड़े हैं। हमें उम्मीद से अधिक सीटें मिली हैं। अब पार्टी हाईकमान सीएम चेहरे पर फैसला लेगा।
छत्तीसगढ़ में दो सीटों पर परिणाम जारी कर दिए गए हैं, जिसमें चित्रकोट सीट से कांग्रेस के दीपक बैज जीते हैं। वहीं, पहले चुनावी नतीजे में सीतापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमरजीत सिंह ने जीत दर्ज की। दोपहर तीन बजे तक के रुझानों में कांग्रेस को 66, बीजेपी को 14, जेसीसी को आठ और अन्य को दो सीट मिलती दिखी। जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक इसी को लेकर जश्न मनाते दिखे।
ताजा चुनावी रुझानों में अबहानपुर में कांग्रेस के धनेंद्र साहू, अहिवारा में कांग्रेस के गुरु रुद्र कुमार, अंबिकापुर में कांग्रेस के टीएस बाबा, अंतागढ़ में कांग्रेस के अनूप नाग और अरंग में कांग्रेस के डॉ.शिवकुमार दहरिया आगे हैं।
बीजेपी सांसद संजय काकड़े ने विस चुनाव नतीजों पर कहा है कि हमें पता है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार जाएंगे। पर मप्र के रुझान चौंकाने वाले हैं। मुझे लगता है कि हम वह मुद्दे भूल गए, जो 2014 में मोदी जी ने उठाए थे। सिर्फ राम मंदिर, बड़ी प्रतिमाओं (गुजरात में सरदार पटेल और अयोध्या में प्रभु श्रीराम) और जगहों के नाम बदलने पर सिर्फ पूरा ध्यान दिया गया।
छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश (230 सीटें) में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है। रुझानों में कभी यहां दोनों पार्टियों को बराबर सीटें मिलती हैं, तो कुछ ही पलों में बीजेपी पीछे आंकड़ों के मामले में पीछे खिसक जाती है। फिलहाल बीजेपी 111 और कांग्रेस 108 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, राजस्थान (200 सीटें) में कांग्रेस 101 सीटों के साथ बढ़त लिए है, जबकि बीजेपी को 74 सीटें मिली है। रुझानों की मानें तो तेलंगाना (119 सीटें) में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार बनती दिख रही है। वहां टीआरएस 86, कांग्रेस 22, बीजेपी तीन, अन्य दल आठ सीटों पर आगे चल रही है। मिजोरम (40 सीटें) में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) 25, कांग्रेस छह, बीजेपी एक और अन्य दल आठ सीटों पर आगे चल रहे हैं।
रायपुर में मंगलवार दोपहर कांग्रेस दफ्तर के बाहर ढोल-नगाड़ों के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का उत्साह देखने को मिला।
बैकुंठपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी को थोड़ी मिली है, क्योंकि यहां उन्हीं के उम्मीदवार वोटों के मामले में आगे है। राजवाड़े को लगभग साढ़े 18 हजार वोट मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर करीब साढ़े 15 हजार वोटों के साथ कांग्रेस के अंबिका सिंह देव हैं। वहीं, तीसरा पायदान जेसीसी के बिहारी लाल राजवाड़े के नाम रहा, जिन्हें 4819 वोट मिले।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, दोपहर तक सूबे की वीआईपी सीट माने जाने वाले राजनंदगांव से मौजूदा सीएम रमन सिंह आगे चल रहे थे। वह कांग्रेस की करुणा शुक्ला से करीब एक हजार वोट आगे थे, जो कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं।
चुनावी रुझान/नतीजों के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त से बचने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सर्वेसर्वा और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने विजयी उम्मीदवारों को दिल्ली फौरन दिल्ली आने के लिए निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो नहीं चाहती हैं कि उनकी पार्टी के जीते उम्मीदवारों के साथ किसी प्रकार की जोड़-तोड़ हो।
छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम) के चुनाव के रुझान चुनाव आयोग की वेबसाइट http://eciresults.nic.in पर चेक किए जा सकते हैं। यहां इन राज्यों में पार्टी, विधानसभा क्षेत्र व उम्मीदवार और विस के रुझानों के आधार पर चुनावी ट्रेंड्स देखने को मिल जाएंगे। साथ ही चुनाव में किस दल को कितना वोट प्रतिशत मिला, उसका भी ब्यौरा उपलब्ध है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 80 सीटों पर तस्वीर साफ होती दिख रही है। कांग्रेस 57, बीजेपी 17, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एक और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पांच सीटों पर बढ़त लिए हुए है। देखिए किस दल को कितना वोट प्रतिशत मिला। (फोटोःeci.nic.in)
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से आज सुबह कहा- लगातार आ रहे चुनावी रुझानों के बावजूद अभी भी कुछ स्पष्ट नहीं है। विजयी उम्मीदवारों और पार्टियों को शुभकामनाएं। लेकिन तेलंगाना में महागठबंधन बुरी तरह से विफल हो गया।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बीजेपी की महासचिव सरोज पांडे ने सुबह न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "हम पहले चरण की मतगणना के पहले कुछ भी नहीं कह सकते हैं। हमें उम्मीद है कि सूबे में हम ही सरकार बनाएंगे। यहां हमारी कांग्रेस से कांटे की टक्कर है।"
भाजपा प्रत्याशी और मंत्री केदार कश्यप और महेश गागड़ा अपनी अपनी सीटों नारायणपुर और बीजापुर से पीछे चल रहे हैं। वहीं बिलासपुर से मंत्री अमर अग्रवाल आगे चल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) दो सीटों मारवाही और कोटा से आगे चल रही है। इन सीटों पर अजीत जोगी और उनकी पत्नी रेणु जोगी प्रत्याशी हैं।
निर्वाचन अयोग के मुताबिक, पहले चरण की मतगणना के बाद राज्य में कांग्रेस 20 सीटों पर आगे चल रही थी। आयोग के अनुसार अंबिकापुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव और दुर्ग ग्रामीण सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सांसद ताम्रध्वज साहू आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में सोमवार (10 दिसंबर) को आवास पर साइकिल चलाते नजर आए मुख्यमंत्री रमन सिंह। (एक्सप्रेस फोटोः प्रवीण खन्ना)
अब तक के चुनावी रुझानों पर यकीन करें तो बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में उसके हाथ से सत्ता जाती दिख रही है। तीनों में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। वहीं, मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बढ़त लिए हुए हैं।
चुनावी रुझानों में सूबे के कई दिग्गज मंत्री इस वक्त पीछे चल रहे हैं। कबीना अमर अग्रवाल, राजेश मूणत और अजीत जोगी पीछे चल रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस बहुमत की ओर बढ़ते हुए नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ में अब तक के चुनावी रुझानों के मुताबिक, कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। 90 विस सीटों वाले सूबे में पार्टी 60 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी 23 सीटों के साथ जगह बनाए हैं। वहीं, जेसीसी के खाते में तीन सीटें हैं और अन्य का एक उम्मीदवार आगे चल रहा है।
दक्षिणी छत्तीसगढ़ः 16 सीटों के रुझानों में 12 सीटों के साथ कांग्रेस बढ़त लिए है। बीजेपी 3 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि जेसीसी को एक सीट मिली है।
मध्य छत्तीसगढ़ः 42 सीटों के रुझाने में कांग्रेस 24 सीटों पर बढ़त लिए है, जबकि बीजेपी 16 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, एक-एक सीट पर अन्य व जेसीसी आगे चल रहे हैं।
उत्तरी छत्तीसगढ़ः 32 सीटों के रुझानों में कांग्रेस फिलहाल 23 सीटों के साथ सबसे आगे है। दूसरे नंबर पर बीजेपी है, जिसे पांच सीटें मिली हैं।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। राजनंदगांव से रमन सिंह पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस को करुणा शुक्ला यहां उनसे बढ़त लिए हुए हैं। वह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं। वह 150 वोटों से आगे चल रही हैं। रायपुर की सभी सात सीटों पर कांग्रेस अआगे चल रहे हैं।
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में कहा गया कि 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 55 से 65 सीटें मिल सकती है, वहीं सत्तारूढ़ भाजपा को 21 से 31 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। रिपब्लिक टीवी-सी वोटर ने एग्जिट पोल में कांग्रेस को 40 से 50 सीटें दी है, जबकि भाजपा को 35-43 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
मतगणना के साथ ही मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के 11 सदस्यों, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद विक्रम उसेंडी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विपक्ष के नेता टीएस सिंह देव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी समेत 1269 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम में डाले गए मतों की प्रत्येक चरण में 14 टेबल पर गणना होगी। सबसे अधिक कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में 30 चरण में गिनती होगी एवं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में 11 चरणों में मतों की गिनती होगी। अधिकारियों के अनुसार, मतगणना में पारर्दिशता बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में 90 सीटों के लिए दो चरणों में 12 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान कराया गया था, जिसमें राज्य के 76.60 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती बस शुरू ही होने वाली है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी, जिसके बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें) खोली जाएंगी। उसके थोड़ी देर बाद पहला रुझान आएगा।
मतगणना और सारणीकरण की समस्त प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। मतगणना हॉल में प्रत्येक रिर्टिनंग ऑफिसर द्वारा सर्वप्रथम डाकमतपत्र की गिनती की जाएगी। डाकमतपत्र की गिनती प्रारंभ होने के 30 मिनट के बाद ईवीएम में दर्ज मतों की गिनती प्रारंभ की जाएगी।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, सभी 90 विस क्षेत्रों के लिए मंगलवार सुबह आठ बजे से मतगणना होगी। इसके लिए 5184 गणनाकर्मी और 1500 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। हर हॉल में मतगणना के लिए 14 टेबल, रिर्टिनंग ऑफिसर मेज और डाक मतपत्रों की गणना की मेज होगी। मतगणना केन्द्रों में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां प्रत्येक स्तर पर पहचान पत्र की जांच के बाद ही प्रवेश करने को मिलेगा।
राज्य के 90 विधानसभा सीटों में से 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए तथा 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। राज्य में इन आरक्षित सीटों पर बड़ी जीत के माध्यम से ही सत्ता तक पहुंचा जा सकता है। वर्ष 2013 में हुए चुनाव में भाजपा ने 49 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाई थी। वहीं कांग्रेस को 39 सीटों पर, बहुजन समाज पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। जबकि एक सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार की जीत हुई थी।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का यह चौथा चुनाव है। इससे पहले तीन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल कर पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है। वहीं कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ा है। राज्य में भाजपा और कांग्रेस के मध्य ही मुकाबला होता आया है लेकिन इस बार के चुनाव में अजीत जोगी की पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। कुछ सीटों में उनकी पार्टी का दखल होने के कारण मुकाबला रोचक हो गया है।