उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से गुरुवार को पहली सूची जारी की गई। अभी 11 विधायकों की दूसरी सूची जारी होनी है। पहली सूची की तरह दूसरी सूची में से भी कई विधायकों के नाम काटे जाने का अंदेशा है। भाजपा ने जिन मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं, उनमें विधानसभा के उपाध्यक्ष और अल्मोड़ा के विधायक रघुनाथ सिंह चौहान भी शामिल हैं। चौहान ने अभी कुछ दिन पहले अपने टिकट कटने की आशंका को देखते हुए पार्टी आला कमान को धमकी दी थी कि यदि उनका टिकट काटा गया तो वे कोई भी रास्ता बना सकते हैं और उनके लिए कई विकल्प खुले हैं।

कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले के कपकोट से मौजूदा विधायक बलवंत सिंह भौर्याल का भी टिकट काटा गया है। उनकी जगह सुरेश गरिया को भाजपा ने टिकट दिया है। इसके अलावा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी की बेटी यमकेश्वर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक रितु खंडूरी का भी टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह रेनू बिष्ट को टिकट दिया गया है। इस तरह भाजपा नेतृत्व ने खंडूरी को झटका दिया है। रितु खंडूरी के टिकट कटने पर अचरज जताया जा रहा है।

हरिद्वार जिले की खानपुर सीट के विवादास्पद विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का टिकट काट कर उनकी पत्नी कुंवर रानी देवयानी को मैदान में उतारा है। चैंपियन को कई बार भाजपा ने अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस भी जारी किए थे और उनको पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया था। हर बार वे माफी मांग कर पार्टी में शामिल हो जाते थे। इस बार पार्टी हाईकमान ने चैंपियन की जगह उनकी पत्नी को टिकट देकर चैंपियन को सीमा में रहने का कड़ा संदेश दिया है।

चैंपियन 2016 में कांग्रेस की हरीश रावत सरकार के खिलाफ बागवत कर नौ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे और जीत कर आए थे। यौन शोषण मामले को लेकर सुर्खियों में आए कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से भाजपा के मौजूदा विधायक महेश नेगी का भी टिकट काटा गया है। नेगी ने पार्टी की जमकर किरकिरी करवाई थी। नेगी की जगह द्वाराहाट से अनिल शाही को टिकट दिया है। काशीपुर से मौजूदा विधायक हरभजन सिंह चीमा का टिकट काटकर उनके बेटे त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट दिया गया है। यहां भी हरभजन सिंह चीमा ने ही अपने बेटे के लिए पैरवी की थी। ऐसे में हरभजन सिंह भले ही खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हों लेकिन अपने बेटे को टिकट दिलाने में कामयाब रहे।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे सौरव बहुगुणा को फिर से सितारगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। वे 2017 में इसी विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे।गढ़वाल मंडल के पौड़ी विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक मुकेश होली का टिकट काटकर राजकुमार को टिकट दिया गया है। कुमाऊं मंडल के गंगोलीहाट विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक मीना गंगोला की जगह फकीर राम टम्टा को टिकट दिया गया। गढ़वाल मंडल की थराली विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक मुन्नी देवी का टिकट काटकर राम टम्टा को टिकट दिया गया है। कर्णप्रयाग विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी का टिकट काटकर अनिल नौटियाल को टिकट दिया है।

तीन महीने पहले कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए उत्तरकाशी जिले की पुरोला विधानसभा सीट से विधायक रहे राजकुमार की सबसे ज्यादा दुर्गति हुई। उनकी जगह कांग्रेस छोड़कर गुरुवार सुबह भाजपा में शामिल हुए दुर्गेश लाल को टिकट दिया गया है। दो दिन पहले दलबदल करके कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुर्इं प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सरिता आर्य को नैनीताल विधानसभा सीट से टिकट दिया है जिससे वहां पर भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हेमचंद्र ने बगावत कर दी है।भाजपा ने देहरादून की कैंट सीट से मौजूदा दिवंगत विधायक रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर की जगह उनकी पत्नी सविता कपूर को टिकट दिया है ताकि वे सहानुभूति लहर के कारण जीत सके।