इस बार उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में बुधवार (15 फरवरी) को करीब 70 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। जो पिछले विधानसभा चुनाव से तीन फीसदी ज्यादा है। इस बार सूबे के मतदाताओं ने वोट डालने में भारी उत्साह दिखाया। 2012 के विधानसभा चुनाव में 67 फीसदी मतदान हुआ था। जबकि 2002 मे 62 फीसदी तथा 2007 में 63 फीसदी मतदाताओं ने ही वोट डाले थे। इस बार सूबे के मतदाताओं ने वोट डालने में कंजूसी नही की और खुल कर वोट डाले। पिछले तीन विधानसभा चुनाव में हुए मतदान को मतदाताओं ने पीछे छोड़ दिया। लक्सर में बसपा उम्मीदवार के समर्थक की कार से एक लाख रुपये की नकद धन राशि पुलिस ने बरामद की है।

छुटपुट घटनाओं को छोड़कर राज्य में मतदान शांति पूर्वक रहा। मतदान करते वक्त एक 18 साल के युवक किशोर की मौत हो गई। यह युवक हरिद्वार जिले की झबरेड़ा विधानसभा सीट में वोट डालने गया था। जहाँ उसकी अचानक तबियत खराब हो गई और उसे अस्पताल ले जाया गया जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि रुद्रपुर जिले में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में मामूली सी झड़प भी हुई। हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट पर बूथ 122 में एक मतदान अधिकारी योगेन्द्र शर्मा को भाजपा के पक्ष में फर्जी वोट करने पर निलंबित कर दिया गया है। और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

उत्तराखंड में बुधवार सुबह 8 बजे मतदान शुरु हुआ और शाम 5 बजे तक चला। उत्तराखंड के मतदाताओं ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस की दिग्गज नेता राज्य की वित्त मंत्री इंदिरा ह्रदयेश, गृह मंत्री प्रीतम सिंह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सतपाल महाराज उत्तराखंड क्रांति दल के नेता काशी सिंह ऐरी तथा पुष्पेश त्रिपाठी जैसे दिग्गज नेताओं समेत 628 उम्मीदवारों की किस्मत को इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन की भीतर बंद कर दिया है। 11 मार्च को सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। कर्णप्रयाग विधानसभा सीट में चुनाव नौ मार्च को होगा। बसपा के उम्मीदवार कुलदीप सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत के कारण चुनाव को रद्द कर दिया गया था। जिस कारण 70 विधानसभा चुनाव में से 69 विधानसभा चुनाव में ही वोट डाले गए।

उत्तराखंड में चुनाव शांति पूर्वक सम्पन्न होने पर उत्तराखंड के राज्यपाल के के पाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने राज्य के मतदाताओं का आभार जताया है। वहीं दूसरी और भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने अपने – अपने राजनीतिक दलों की सरकार बनने का दावा किया है। भाजपा के केन्द्रीय प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि कांग्रेस की विदाई तय है जिस उत्साह के साथ राज्य के मतदाताओं ने रिकॉर्ड तोड़ मतदान किया है उससे भाजपा सूबे में भारी बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाने जा रही है।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि मतदाताओं का वोट डालने का रुझान बताता है कि राज्य का मतदाता कांग्रेस की सत्ता में फिर से वापसी चाहता है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कांग्रेस 45 से अधिक सीटें जीतेगी। रावत ने किच्छा और हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट में अपनी जीत का दावा किया। देहरादून और नैनीताल जिलें में कुछ मतदान केन्द्रों पर वोटिंग मशीन के खराब होने के कारण मतदान में कुछ दे के लिए रूकावट आ गई थी। रुद्रपुर में कांग्रेस उम्मीदवार तिलक राज बेहड़ के बेटे की भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ नोकझोंक हो गई थी। मतदान से एक रोज पहले देर रात को नैनीताल के लालकुआ विधानसभा सीट पर कांग्रेस क उम्मीदवार हरीश चन्द्र दुर्गापाल के बेटे पंकज दुर्गापाल को कुछ लोगों ने बंधक बनाकर पिटा। दुर्गापाल समर्थकों ने कांग्रेस के बागी उम्मीदवार हरेन्द्र बोरा के समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाया है। वहीं बीती देर रात कोटद्वार और टनकपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा समर्थकों में हिंसक झड़पे होेने की वजह से पुलिस प्रशासन ने इन विधानसभा सीटों पर आज सख्त पुलिस बंदोबस्त किया हुआ था।

सूबे के 13 जिलों में सबसे कम मतदान अल्मोड़ा जिले में 52 फीसदी तथा सबसे ज्यादा मतदान उत्तरकाशी जिलें में 73 फीसदी हुआ। जबकि पौड़ी, टिहरी और पिथौरागढ़ जिलों में 60-60 फीसदी, जिला चमोली में 61 फीसदी, बागेश्वर और चंपावत जिलों में 62-62 फीसदी, जिला रुद्रप्रयाग में 63 फीसदी उधमसिंहनगर, नैनीताल और हरिद्वार जिलों में 70-70 फीसदी तथा देहरादून में 66 फीसदी मतदान हुआ। पूरे राज्य में सुबह 9 बजे तक मतदान की गति धीमी रहीं और सुबह के एक घंटें में केवल 6 फीसदी ही मतदान हुआ। सुबह 11 बजे के बाद मतदान में तेजी आई।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, धर्मपुर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार तथा देहरादून नगरनिगम के मेयर विनोद चमोेली, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चन्द्र खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी खुद को वोट नहीं डाल पाए। इनका वोट अपनी विधानसभा क्षेत्र की बजाय अन्य विधानसभा क्षेत्र में है। इसके अलावा देहरादून कैंट से कांग्रेस के उम्मीदवार सूर्यकांत धस्माना, राजपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार खजानदास, विकास नगर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मुन्ना सिंह चौहान, डोईवाला से कांग्रेस के उम्मीदवार हीरा सिंह बिष्ट, भाजपा उम्मीदवार त्रिवेन्द्र सिंह रावत, रायपुर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रभु लाल बहुगुणा, नैनीताल से भाजपा के उम्मीदवार संजीव आर्य, बाजपुर से भाजपा उम्मीदवार यशपाल आर्य, रामनगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार का रंजीत रावत तथा लालकुआ विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपा भट्ट खुद को वोट नहीं डाल पाए। सूबे के 74 लाख 20 हजार मतदाताओं में से केवल 70 फीसदी मतदाताओ ने वोट डाले। पूरे सूबे में चुनाव कराने के लिए एक लाख 28 हजार 395 पुलिस कर्मी तथा केन्द्रीय बलों के जवान तैनात किए गए थे।

उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि लक्सर में बसपा उम्मीदवार के समर्थक के पास जो एक लाख रुपये की रकम बरामद हुई है उसे राजकीय कोषागार में जमा कराया गया है। और चुनाव आयोग और आयकर विभाग को इसकी सूचना दे दी गई है। और दोषी के खिलाफ मामला थाने में दर्ज कर किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान शांति पूर्वक संमन्न हुआ।