Loksabha Election Result 2019: लोकसभा चुनाव नतीजे के बाद योगी सरकार ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को बड़ा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आईएमटी) के कई सौ करोड़ रुपये कीमत वाली जमीन के आवंटन को निरस्त कर दिया गया है। यह इंस्टीट्यूट कमलनाथ के परिवार का है और इसके प्रमुख उनके बेटे व छिंदवाड़ा से सांसद नकुल नाथ हैं।
खबर की पुष्टि करते हुए भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी ने कहा, “मेरी शिकायत पर संज्ञात लेते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकारण (GDA) ने 10,841 स्क्वॉयर मीटर जमीन का आवंटन रद्द कर दिया। अब इस जमीन पर हुए निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा।” त्यागी ने आरोप लगाया था कि कॉलेज के मालिक ने राष्ट्रीय राजधानी से कुछ ही दूरी पर गाजियाबाद के प्रमुख इलाके में अवैध तरीके से 15 एकड़ जमीन दखल कर लिया था।
त्यागी के अनुसार, जमीन राज्य द्वारा संचालित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबंधित है। उनके पास यह सूबत थे कि आईएमटी ने फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा कर लिया। त्यागी ने विस्तार से बताया, “दस्तावेजों से यह पता चलता है कि उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम ने 1973 में राजनगर एक्सटेंशन के समीप आईएमटी को एक प्लॉट आवंटित किया था। यह इंस्टीट्यूट इसी जमीन पर बनना था। हालांकि, वर्तमान में आईएमटी का डिस्टेंस लर्निंग सेंटर (दूरस्थ शिक्षा केंद्र) उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम की जमीन पर स्थित है, जबकि आईएमसी का मुख्य कैंपस पास की जमीन पर बनाया गया है, जो वास्तव में सीसीएसयू के लाजपत राय डिग्री कॉलेज का था।”
त्यागी की शिकायत के आधार पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक, जो सीसीएसयू के चांसलर भी हैं, ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेज पूरे मामले की जांच करने को कहा। हालांकि, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के एक करीबी ने पिछले हफ्ते कहा था कि भाजपा नेता द्वारा लगाए गए सभी आरोप आधारहीन हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जांच की शुरूआत कमलनाथ के परिवार को परेशान करने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि आईएमटी की वेबसाइट से यह पता चलता है कि इस संस्थान की स्थापना कमलनाथ के पिता महेंद्र नाथ द्वारा वर्ष 1970 में की गई थी। वर्तमान में यह संस्थान प्राइवेट बी स्कूल में शीर्ष स्थान पर काबिज है।