Assembly Election Results: पांच राज्यों के चुनावी रुझान आने के बीच साफ हो गया है कि पंजाब में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप का झाड़ू चल गया है, जबकि उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है। चार राज्यो में जीत के बाद भाजपा उत्साहित है।
पीएम मोदी ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि आज उत्सव का दिन है। उन्होंने कहा- “यहां से हम दो पटरियों पर एक साथ तेजी से काम करने वाले हैं। एक तरफ गांव, गरीब, छोटे किसान और लघु उद्यमी के कल्याण पर हमारा जोर है। वहीं दूसरी तरफ देश के संसाधनों, देश की युवाशक्ति को नए अवसर देकर हम आत्मनिर्भरता के मिशन को तेज करना चाहते हैं।
वहीं कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि बहुत ज़ल्द कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर इन सभी हार के कारणों और पांचों राज्यों के चुनाव पर एक व्यापक अंतरमंथन कांग्रेस कार्यसमिती करेगी।
ताजा ट्रेंड्स के मुताबिक, पांचों सूबों में क्या दिख रही है फिलहाल तस्वीर?:
उत्तर प्रदेश में बीजेपी+ 273, सपा+ 125, बसपा 1, कांग्रेस दो और अन्य 2 सीट पर।
पंजाब में आप 92, कांग्रेस 18, अकाली+ 4, बीजेपी+ 2 और अन्य एक पर।
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उत्तराखंड में बीजेपी 48, कांग्रेस 18, बसपा 0 और अन्य सीट पर 4।
गोवा में बीजेपी की 20 सीटों पर जीत या आगे है। वहीं, कांग्रेस 12 पर, टीएमसी+ 2, आप+ दो और अन्य चार सीट पर बढ़त लिए हैं।
मणिपुर में बीजेपी 32, कांग्रेस-5 , अन्य 23 पर आगे हैं।
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पंजाब विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने वाले कई बड़े चेहरों को मायूसी हाथ लगी है। बता दें कि कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बनाने वाले पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू चुनाव हार गए हैं।
पांच राज्यों में हुए विधानसभा की, जारी शुरुआती दौर की मतगणना में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विपक्षी दलों पर बढ़त बना चुकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी जीत की उम्मीद जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन मॉडल को इसका श्रेय दिया और कहा कि उत्तर प्रदेश में एक ‘‘नया इतिहास’’ रचा जा रहा है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि जनता ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर भरोसा जताया है। त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में कम से कम 300 सीटें जीतेगी और यह स्पष्ट है कि देश के सबसे बड़े सूबे में एक नया इतिहास रचा जा रहा है। भाजपा अगर उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतती है तो यह पहली बार होगा कि पांच सालों तक पूर्ण बहुमत की सरकार का नेतृत्व करने के बाद कोई मुख्यमंत्री फिर से बहुमत से सत्ता में लौटेगा। भाजपा के कई नेताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी सराहना की कि उन्होंने कल्याणकारी नीतियों का प्रभावी कार्यान्वयन किया तथा एक प्रभावी और साफ सुथरा शासन दिया। पार्टी के कई नेताओं ने शुरुआती रुझानों को देखते हुए ‘‘जय श्री राम’’ के ट्वीट किए। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट किया, ‘‘चुपचाप रहने वाले भाजपा के मतदाताओं ने मतगणना के दिन सबसे बड़ा संदेश दिया है।’’
गोरखपुर शहरी सीट से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 40,144 वोटों से आगे चल रहे हैं। इस सीट के लिए अभी मतगणना जारी है।
कोरटालिम से निर्दलीय उम्मीदवार मैनुअल वाज और कर्टोरिम से एलेक्सियो रेजिनाल्डो ने भाजपा को समर्थन दिया।
पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझान में, चुनाव से पहले दल-बदलने वाले राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, फतेह जंग सिंह बाजवा और अनिल जोशी सहित कई उम्मीदवार अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पीछे चल रहे हैं। शुरुआती रुझान के अनुसार, कुल 117 विधानसभा सीटों में से 89 पर आगे चल रही आम आदमी पार्टी (आप) राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल करने की ओर अग्रसर है। पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था और मतगणना बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से जारी है।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कई नेताओं ने जीत की उम्मीद में अपनी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टियों का दामन थाम लिया था। पूर्व खेल मंत्री सोढ़ी कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे और फिरोजपुर सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं। फिरोजपुर के गुरू हर सहाय से चार बार विधायक रहे सोढ़ी फिरोजपुर सीट पर ‘आप’ के उम्मीदवार रणबीर सिंह से पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता फतेह जंग सिंह बाजवा भी बटाला सीट पर पीछे चल रहे हैं। वह भी चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
यूपी की राजनीति में कभी बड़ी ताकत रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के लिए राज्य विधानसभा चुनाव के रुझान एक बड़े झटके की तरह हैं, अब तक प्राप्त रुझानों में बसपा 403 में से सिर्फ चार सीटों पर ही आगे चल रही है। चुनाव आयोग से प्राप्त रुझानों के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी केवल चार सीटों पर ही आगे चल रही है। अंतिम समाचार मिलने तक रसड़ा सीट से बसपा उम्मीदवार अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महेंद्र से करीब 2000 मतों से आगे थे।
हापुड़ जलालपुर और मेहदावल सीट पर भी उसके प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। मौजूदा स्थिति में बसपा का वोट प्रतिशत पिछली बार के मुकाबले करीब नौ प्रतिशत गिरकर 12.8 फीसद रह गया है। बसपा को पिछले विधानसभा चुनाव में 22.23 प्रतिशत वोट मिले थे। हालांकि, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती अपनी तमाम चुनावी रैलियों में प्रदेश में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा करती रहीं, उन्होंने हाल ही में जारी चुनाव बाद सर्वेक्षणों को भी खारिज किया था जिसमें बसपा को बहुत कम सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया था।
आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट भगवंत मान धुरी सीट से आगे चल रहे हैं। चुनाव आयोग के आधिकारिक ट्रेंड्स के अनुसार, वह लगभग 55 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। यूपी के मऊ से मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी पीछे चल रहे हैं, जबकि करहल सीट से अखिलेश यादव बड़ी बढ़त लिए हुए हैं।
यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के ताजा रुझानों में बीजेपी की बढ़त के बीच कर्नाटक के बेंगलुरू में बीजेपी दफ्तर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर जश्न मनाया, जबकि वाराणसी में बीजेपी कार्यकर्ता संभावित जीत की होली खेलते नजर आए।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्ण बहुमत हासिल करने के संकेतों के बीच बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी विनम्रतापूर्वक राज्य के जनादेश को स्वीकार करती है। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल नीत ‘आप’ को बधाई भी दी।
सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘‘ जनता की आवाज, भगवान की आवाज है…पंजाब के लोगों का फैसला विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं…‘आप’ को बधाई।’’ शुरुआती रुझान के अनुसार, कुल 117 विधानसभा सीटों में से 90 पर आगे चल रही आम आदमी पार्टी (आप) राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल करने की ओर आगे बढ़ रही है। पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था और मतगणना बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से जारी है।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब विधानसभा चुनाव के रुझानों में अपनी पार्टी के निर्णायक बढ़त बनाने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि वह ‘‘इस इंकलाब के लिए’’ राज्य के लोगों को बधाई देते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘इस इंक़लाब के लिए पंजाब के लोगों को बहुत-बहुत बधाई।’’
उन्होंने पंजाब में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के साथ एक तस्वीर भी साझा की। पंजाब विधानसभा चुनाव की मतगणना के शुरुआती रुझान में आम आदमी पार्टी (आप) कुल 117 विधानसभा सीटों में से 79 पर आगे चल रही है।
पांच राज्यों में जारी मतगणना से मिल रहे रूझानों से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बृहस्पतिवार शाम को अपनी सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड की बैठक बुला सकती है।
ट्रेंड्स के मुताबिक भाजपा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है जबकि मणिपुर और गोवा में वह सबसे बड़े के दल के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है। पंजाब में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की पूरी संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल होंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुवा से 10 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं। यूपी के रामपुर से सपा के आजम खान आगे चल रहे हैं, जबकि फाजिलनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य पीछे चल रहे हैं। वहीं, पटियाला से कैप्टन अमरिंदर सिंह हार गए।
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल लांबी सीट से पीछे चल रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड में कांग्रेसी नेता हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट से बढ़त लिए हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओपी राजभर जहूराबाद क्षेत्र से आगे चल रहे हैं। सपा के आजम खान रामपुर विस क्षेत्र से बढ़त लिए हैं, जबकि स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर से पीछे चल रहे हैं।
पंजाब विधानसभा चुनाव के अब तक के रुझानों में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है। हालांकि, इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण भी हैं, जो कि इस प्रकार हैं:
1- सूबा अब बदलाव की मांग कर रहा है।
2- दिल्ली मॉडल को मुद्दा बना चर्चा में आई आप
3- युवा और महिला वोटरों पर जोर
4- भगवंत मान को सीएम चेहरा बनाना, बाहरी वाले टैग का शिकार न हुए (विपक्षियों द्वारा)
5- किसान आंदोलन का रहा 'गढ़'
चुनाव आयोग (ईसी) के शुरुआती ट्रेंड्स के मुताबिक, बीजेपी 102, सपा 46, अपना दल पांच, कांग्रेस चार सीट पर आगे चल रही है।
चुनाव आयोग (ईसी) के ताजा ट्रेंड्स के मुताबिक, सपा चीफ अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव जसवंत नगर विधानसभा सीट से पीछे चल रहे हैं।
गोवा में 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान की मतगणना राज्य में बृहस्पतिवार सुबह शुरू होगी। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार उसके पक्ष में स्पष्ट जनादेश मिलेगा।
सूबे में दो प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के अलावा कई छोटे और क्षेत्रीय संगठनों की मौजूदगी के कारण विधानसभा की 40 सीटों के लिए 302 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जिसमें बहुकोणीय मुकाबला देखा गया।
अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मतगणना दो स्थानों पर होगी। मडगांव में दामोदर कॉलेज और पणजी के अल्टिन्हो में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में क्रमशः उत्तरी गोवा जिले और दक्षिण गोवा जिले में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना होगी।
उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना शुरू कुछ ही देर में शुरू हो जाएगी। राजनीतिक दलों ने ईवीएम में बंद चुनावी नतीजों के सामने आने के बाद बनने वाली संभावित स्थिति के मद्देनजर अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी। प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को हुए मतदान के लिए वोटों की गिनती बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे शुरू होगी। राज्य में 65 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
कुछ एक्जिट पोल में भाजपा या कांग्रेस को उत्तराखंड में बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है लेकिन ज्यादातर में दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कांटे की टक्कर या त्रिशंकु विधानसभा की संभावना व्यक्त की है। ऐसे परिदृश्य में सरकार बनाने में निर्दलीय, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और उत्तराखंड क्रांति दल जैसे क्षेत्रीय दलों से विजयी प्रत्याशियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाएगी। प्रदेश की कम से कम 40-45 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है जबकि 25-30 अन्य सीटों पर क्षेत्रीय दल मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं।
राज्य में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ था। पिछले तीन विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार सबसे कम मतदान हुआ था। 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव में 77.40 प्रतिशत, 2012 में 78.20 प्रतिशत और 2007 में 75.45 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2002 में केवल 65.14 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पंजाब में विधानसभा के 117 सदस्यों को चुनने के लिये हुए डाले गए मतों की गिनती आज होनी है। सूबे में इस बार अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) एक प्रमुख दावेदार के रूप में उभरी है, जबकि कांग्रेस बहुकोणीय मुकाबले में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था। इस बार, 93 महिलाओं और दो ट्रांसजेंडर सहित कुल 1,304 उम्मीदवार मैदान में हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में कहां किसकी सरकार बनेगी? यह आज शाम तक साफ हो जाएगा। यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हुए इन इलेक्शंस में यूपी सियासी तौर पर सबसे अहम है। वहां सात चरण में मतदान हुआ, जबकि उत्तराखंड, गोवा और पंजाब में एक ही चरण में वोट पड़े और मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान संपन्न हुआ था।
इन चुनावों का खासा राजनीतिक महत्व भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, उनमें से सिर्फ पंजाब को छोड़कर चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है। भाजपा ने इस बार कांग्रेस शासित पंजाब में भी जीत के लिए एड़ी चोटी को जोर लगा रखा है, जबकि आम आदमी पार्टी भी वहां एक प्रमुख कंटेंडर (प्रतिद्वंद्वी) के रूप में उभरी।