उत्तर प्रदेश के झांसी में शनिवार को जनसभा कर रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा कि यदि प्रदेश में बसपा की सरकार बनी तो हर हाल में बुंदेलखंड को राज्य बनवाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार पर तब तक दवाब बनाया जाएगा जब तक बुंदेलखंड राज्य नहीं बन जाता। झांसी में प्रदर्शनी ग्राउंड में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि बुंदेलखंड एक अति पिछड़ा हुआ इलाका है। इसके विकास के लिए बुंदेलखंड का राज्य बनना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में भी उनकी बसपा सरकार बुंदेलखंड को राज्य बनाने के पक्ष में थी। इस बार भी सरकार बनने के बाद बुंदेलखंड राज्य के लिए केंद्र सरकार पर दवाब बनाएगी। यह दवाब तब तक बनाया जाएगा जब तक बुंदेलखंड राज्य नहीं बना जाता। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य बनने के बाद ही यहां के गरीबों का विकास होगा। कई योजनाएं आएंगी, जिससे यहां लोगों को लाभ मिल सके।
मायावती ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें तो वोट मांगने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। वहीं, कांग्रेस के लिए मायावती ने कहा कि अपनी गलत नीतियों के चलते कांग्रेस पार्टी को केंद्र और विभिन्न राज्यों में सत्ता गंवानी पड़ी। उन्होंने सपा पर वार करते हुए कहा कि सपा राज में अपराध को बढ़ावा मिला है। यहां अपराधियों को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण प्राप्त है। उप्र में सपा राज में महिला उत्पीड़न, जमीनों पर अवैध कब्जा को बढ़ावा मिला। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने प्रदेश में विकास के कार्य आधे-अधूरे ही किए हैं। उन्होंने वादा किया कि इस बार उप्र में बसपा सरकार की पूर्ण बहुमत से जीत होगी।
गौरतलब है कि बुंदेलखंड में वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखा जाए तो यहां बसपा और सपा बराबरी का मुकाबला था। बसपा ने जहां सात सीटों पर कब्जा जमाया था, वहीं समाजवादी पार्टी के खाते में कुल छह सीटें आई थीं। इसके अलावा कांग्रेस चार और भाजपा को दो सीटें मिली थीं। बुंदेलखंड में इस बार का चुनाव पिछले चुनावों से कुछ अलग है, क्योंकि चुनावी मुकाबला चतुष्कोणीय न होकर त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस और सपा में गठबंधन होने से दोनों दलों ने यहां साझा उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। 19 सीटों में से आठ कांग्रेस और 11 पर सपा के उम्मीदवार मैदान में हैं।

