रविवार को आगरा में अखिलेश यादव के मंच पर स्थिति उस समय काफी असहज हो गई। जब मंच पर भाषण दे रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन गुस्से में आकर सपा नेता पर हाथ उठाने लगे। दरअसल रामजीलाल उस सपा नेता पर भाषण के बीच में अखिलेश यादव से बात करने को लेकर गुस्सा थे। रामजीलाल के गुस्से में हाथ उठाने का वीडियो भी सामने आया है।
दरअसल रविवार को अखिलेश यादव आगरा के बाह में सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी मधुसूदन शर्मा के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे थे। अखिलेश यादव मंच पर अपने जिलाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा के साथ बैठे थे। जितेन्द्र वर्मा और अखिलेश यादव आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री व सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन सभा को संबोधित कर रहे थे। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने अखिलेश यादव की शान में कसीदे पढ़े और कहा कि मैं अखिलेश यादव को पूर्व मुख्यमंत्री नहीं बल्कि भावी मुख्यमंत्री कहूंगा। क्योंकि वे 10 मार्च के बाद राज्य के मुख्यमंत्री होंगे।
जितेन्द्र वर्मा से बात करने के कारण अखिलेश यादव ने शायद रामजीलाल सुमन की बात पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद रामजीलाल सुमन ने पीछे मुड़कर देखा और वे जितेन्द्र वर्मा के पास पहुंच गए। उन्होंने जितेन्द्र वर्मा को चांटा दिखाया लेकिन अखिलेश यादव ने उन्हें रोक दिया। रामजीलाल सुमन के इस व्यवहार से जितेन्द्र वर्मा थोड़े पल के लिए आश्चर्य में आ गए। लेकिन अखिलेश यादव और वहां मौजूद लोग हंस पड़े। हालांकि जितेन्द्र वर्मा भी बाद में मुस्कुराने लगे।
बाह में जनसभा को संबोधित करने के दौरान अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री गर्मी शांत करने की बात करते हैं लेकिन हम सिर्फ राज्य में युवाओं की पुलिस भर्ती की घोषणा की बात करेंगे। कोरोना महामारी के मुश्किल वक्त में सपा द्वारा दी गई एंबुलेंस से मरीजों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन भाजपा सरकार उन मरीजों को जरूरी इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं करा सकी।
इस दौरान उन्होंने भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका निधन बहुत बड़ी क्षति है। जब सपा सरकार बनेगी तो उनकी याद में और उनके सम्मान में एक बड़ा संग्रहालय बनाया जाएगा।