समाजवादी पार्टी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आजमगढ़ की दीदारगंज सीट से दिवंगत बीएसपी विधायक सुखदेव राजभर के बेटे कमलाकांत राजभर को टिकट दिया है। दरअसल अखिलेश यादव ने कमलाकांत राजभर को टिकट देकर सुखदेव राजभर का वादा निभाया है जो उन्होंने उनके निधन से पहले किया था। लेकिन कमलाकांत को टिकट देने से पूर्व विधायक और कद्दावर सपा नेता आदिल शेख नाराज हो गए हैं।

2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा के सुखदेव राजभर ने सपा के आदिल शेख को चुनाव हराया था। हालांकि चुनाव जीतने के कुछ दिनों के बाद से ही वे बसपा से नाराज चल रहे थे। पिछले साल उन्होंने एक पत्र लिखकर सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने और अपने बेटे कमलाकांत राजभर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने सुपुर्द करने की बात कही थी। पिछले साल अक्टूबर महीने में सुखदेव राजभर का निधन हो गया। अखिलेश यादव भी सुखदेव राजभर के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे।

तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी सुखदेव राजभर के परिवार से ही किसी को टिकट दे सकती है। पिछले दिनों जब समाजवादी पार्टी ने यहां से कमलाकांत राजभर को टिकट थमाया तो पूर्व विधायक और पिछले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे आदिल शेख चुनाव हार गए। दिग्गज सपा नेता अबू आजमी भी आदिल शेख को ही टिकट दिलाने के पक्ष में थे लेकिन सपा ने कमलाकांत राजभर को चुनाव मैदान में उतार दिया।

करीब साढ़े तीन लाख मतदाताओं वाली दीदारगंज विधानसभा सीट पर मुस्‍लिम वोटर निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्‍या करीब 85 हजार है। इसके अलावा करीब 45 हजार वोटर राजभर समुदाय से आते हैं। वहीं 43 हजार वोट यादव समुदाय और 80 हजार वोट अनुसूचित समुदाय के हैं। चूंकि इस सीट पर मुस्लिम वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसलिए यहां का चुनावी समीकरण काफी अनिश्चित हो यग्य है। क्योंकि उलेमा काउंसिल ने यहां से हुजैफा आमिर रशादी को मैदान में उतारा है। वहीं एआईएमआईएम से मो. जावेद मैदान में हैं। हालांकि बसपा ने यहां से भूपेंद्र सिंह मुन्ना को और बीजेपी ने कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा को टिकट दिया है।

2007 तक दीदारगंज सीट सरायमीर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में आता था। 2007 के चुनाव से पहले यहां बसपा का दबदबा हुआ करता था। बसपा ने अभी तक करीब पांच बार इस सीट पर कब्ज़ा जमाया है। हालांकि 2007 और 2012 के विधानसभा चुनावों में यहां से सपा ने जीत दर्ज की। 2012 के चुनाव में आदिल शेख सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे।