गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी की रैली में शामिल होने पहुंचे प्रयागराज उत्तर से भाजपा प्रत्याशी हर्षवर्धन वाजपेयी का पैर मंच पर चढ़ते समय फिसल गया। जिसकी वजह से वे चार सीढ़ी नीचे गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।
दरअसल गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज के बेला कछार में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर आने से पहले प्रयागराज उत्तर से प्रत्याशी हर्षवर्धन वाजपेयी मंच पर चढ़ रहे थे। तभी उनका पैर अचानक से फिसल गया। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने उन्हें सहारे से मंच पर चढ़ाने की कोशिश की लेकिन पैर में काफी दर्द होने की वजह से उन्होंने मंच पर चढ़ने से मना कर दिया। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने पैर में सूजन अधिक होने के कारण हर्षवर्धन वाजपेयी को आराम करने की सलाह दी।
बता दें कि हर्षवर्धन वाजपेयी ने पहली बार बसपा के टिकट पर प्रयागराज उत्तर से विधानसभा का चुनाव लड़ा। लेकिन वे कांग्रेस के अनुग्रह नारायण सिंह से चुनाव हार गए। बाद में भाजपा में शामिल हो गए। 2017 के चुनाव में उन्हें भाजपा ने प्रयागराज उत्तर से टिकट थमाया और उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता अनुग्रह नारायण सिंह को हराकर जीत हासिल की।
गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जो घोर परिवारवादी आपके पास आकर वोट मांग रहे हैं, वो लोग सशक्त और आधुनिक उत्तर प्रदेश का निर्माण नहीं कर सकते। ये अफवाहवादी हैं, पलायनवादी हैं। ये घोर अंधविश्वासी हैं। कुर्सी ना चली जाए, इसके लिए ये लोग नोएडा और बिजनौर नहीं जाते। लेकिन बिजनौर और नोएडा से जो टैक्स आता है उसमें तो मलाई मारने को ये तैयार हैं।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि नौकरी के नाम पर पिछली सरकारों में बैठे लोग किस योग्यता को जरूरी मानते थे? इनके लिए योग्यता की अहमियत नहीं, बल्कि सिफारिश, जातिवाद और नोटों के बंडल ही सब कुछ थे। ये लोग नौकरी के नाम पर फिर उत्तर प्रदेश के युवाओं को धोखा दे रहे हैं। सच्चाई ये है कि इन लोगों ने अपने 10 साल के शासन में सिर्फ 2 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी। वो भी भाई-भतीजावाद, जातिवाद, पैसों के बंडल के आधार पर। जबकि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी।
