उत्तर प्रदेश में एक ओर भाजपा, विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे से चिंतित है तो दूसरी तरफ, पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं द्वारा अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट की ‘डिमांड’ की जा रही है। बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने अपने बेटे मयंक जोशी के लिए लखनऊ कैंट सीट से टिकट मांगा है। इस वक्त दिल्ली में बीजेपी चुनाव समिति की बैठक चल रही है जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा जल्द ही पहली लिस्ट जारी कर सकती है।

रीता बहुगुणा जोशी का कहना है कि उनका बेटा 2009 से लगातार राजनीति में है और वह लखनऊ से ही राजनीति में सक्रिय है। इसलिए उनके बेटे को लखनऊ कैंट सीट से टिकट दिया जाए। लखनऊ कैंट से दो बार विधायक रह चुकीं, रीता बहुगुणा जोशी 2019 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से सांसद चुनी गईं। रीता बहुगुणा 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थीं।

इसके पहले, स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग की थी। अभी उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा के टिकट पर सांसद हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य इस्तीफा दे चुके हैं और वे योगी सरकार पर दलितों, शोषितों, वंचितों और पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगा रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। मोहनलाल गंज से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं। ये वो भाजपा नेताओं के नाम हैं जो यूपी विधानसभा चुनावों में अपने परिवार के सदस्यों के टिकट की मांग कर रहे हैं।

इस चुनाव में सीएम योगी अयोध्या की सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी के सिराथू विधानसभा और डॉ. दिनेश शर्मा लखनऊ सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, भाजपा की आधिकारिक सूची आने का अभी भी इंतजार है।