उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल पूरे जोर-शोर के साथ प्रचार कर रहे हैं। बीजेपी ने गोरखपुर शहर सीट से योगी आदित्यनाथ को उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं पर गोरखपुर शहर से आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने सुभावती शुक्ला को गोरखपुर शहर से योगी के खिलाफ प्रत्याशी बनाया है। जबकि बीएसपी ने ख्वाजा समसुद्दीन को उम्मीदवार घोषित किया है।

एक टीवी चैनल से इंटरव्यू के दौरान चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अखिलेश यादव से उनकी बात 6 महीने से चल रही थी और वह गठबंधन चाहते थे। चंद्रशेखर रावण ने कहा कि 6 महीने से उन्होंने वादा किया था और अखिलेश यादव पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा कि जब योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड से आकर यूपी में चुनाव जीत सकते हैं तो मैं गोरखपुर से क्यों नहीं जीत सकता?

मायावती से क्यों नहीं मिलते?: मायावती से मिलने के सवाल पर चंद्रशेखर रावण ने कहा कि जितना मैं झुक सकता हूं उतना कोई नहीं झुक सकता। 2 साल तक मैंने उनसे मिलने का प्रयास किया, उनको पत्र लिखे लेकिन वह बार-बार कह देती हैं कि मेरा उनसे कोई मतलब नहीं है।

अखिलेश से बात क्यों नहीं करतें?: चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं स्वाभिमान और सम्मान से कोई समझौता नहीं करता। अखिलेश यादव से 25 सीटों पर बात हुई थी लेकिन बाद में उन्होंने 2 सीट देने की बात की। अखिलेश यादव से 2-2 बार मुलाकात हुई थी और 2-2 घण्टे तक बात हुई थी। मेरे पीछे किसी का हाथ नही है न ही मेरे पिता जी मुख्यमंत्री रहें हैं। जब कोई आपको ना के बराबर प्रस्ताव देता है तो आप कैसे उसके साथ रहेंगे और बात करेंगे?

बता दें कि चंद्रशेखर आजाद ,आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और समाजवादी पार्टी से चंद्रशेखर की गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी। आखिरी समय में यह गठबंधन नहीं हो पाया क्योंकि अखिलेश यादव ने खुद मीडिया में बताया था कि चंद्रशेखर आजाद को वो दो सीट देने को तैयार थे लेकिन चंद्रशेखर इस पर तैयार नहीं हुए।