ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर कथित रूप से गोली चलाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें ओवैसी यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के बाद मेरठ के किठौर इलाके से दिल्ली जा रहे थे। इस दौरान उनके काफिले पर गोलीबारी की गई।

AIMIM चीफ को जेड श्रेणी सुरक्षा: विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार ओवैसी पर हमले के बाद भारत सरकार ने AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के सुरक्षा की समीक्षा की है और उन्हें तत्काल प्रभाव से जेड कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिलने के बाद ओवैसी के साथ सीआरपीएफ के जवान भी होंगे।

ओवैसी ने ठुकराई जेड श्रेणी सुरक्षा: वहीं जेड श्रेणी सुरक्षा मिलने पर ओवैसी ने संसद में कहा कि, “मैं मौत से नहीं डरता। मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए और मैं इसे अस्वीकार करता हूं। मुझे ए श्रेणी का नागरिक बना दीजिए। मैं चुप नहीं रहूंगा, कृपया न्याय करें। उन पर यूएपीए की धारा लगाएं। सरकार से नफरत और कट्टरता खत्म करने की अपील करें।”

दो की गिरफ्तारी: गिरफ्तारी को लेकर हापुड़ के पुलिस अधीक्षक दीपक भुकर ने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हमले के संबंध में सचिन और शुभम दो की गिरफ्तारी हुई है। मामले की जांच चल रही है।” भुकर का कहना है कि आरोपी ओवैसी के ‘हिंदू विरोधी’ बयानों से आहत थे। पुलिस के मुताबिक, वाहन पर चार गोलियां चलाई गईं। हालांकि हापुड़ जिले के पिलखुवा के पास छजरसी टोल प्लाजा पर शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई इस घटना में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है।

आरोपी हमलावरों के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई: ओवैसी पर हमला करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, इनके नाम सचिन और शुभम है। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि हमला करने वाले दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सचिन नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला है जबकि शुभम सहारनपुर का रहने वाला है। सचिन ने एलएलएम किया है जबकि शुभम दसवीं पास है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि पूछताछ के बाद दोनों ने कबूल किया है कि वे अकबरुद्दीन ओवैसी और असदुद्दीन ओवैसी के धर्म विशेष पर दिए गए बयानों से आहत थे। जब से ओवैसी ने किठौर में रैली को संबोधित किया उसके बाद से ही वे दोनों उनके पीछे लगे हुए थे।

आरोपी सचिन पर पहले से केस दर्ज: आरोपी सचिन पर पहले ही धारा 307 के तहत एक मुकदमा दर्ज है, जबकि शुभम का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं सामने आया है। आरोपी सचिन का फेसबुक अकाउंट भी देशभक्त सचिन हिंदू नाम से है। देशभक्त सचिन हिंदू नाम के फेसबुक पेज पर 1 जून 2018 को सचिन ने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उसने ओवैसी की तस्वीरों के पास एक तलवार भी लगाया है।

बता दें कि ओवैसी ने हमले को लेकर बताया कि हमलावरों ने गाड़ी के एक टायर को पंचर कर दिया। उन्होंने कहा कि वह लोकसभा अध्यक्ष से मिलेंगे और इस संबंध में भारत के चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे।

हमले के बाद ओवैसी का बयान: गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी ने हमले को लेकर कहा था कि मैं किठौर, मेरठ (उ.प्र.) में एक चुनावी कार्यक्रम के बाद दिल्ली जा रहा था। छिजारसी टोल प्लाजा के पास 2 लोगों ने मेरी गाड़ी पर 3-4 राउंड गोलियां चलाईं। वे कुल 3-4 लोग थे। मेरी गाड़ी के टायर पंक्चर हो गए, मैं दूसरी गाड़ी में वहां से निकला।

हमले के बाद उन्होंने कहा कि हमारी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए। केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि हम मोदी सरकार और राज्य सरकार दोनों को कह रहे हैं कि ये इनकी ज़िम्मेदारी है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए। ये कैसे हो सकता है कि एक सांसद पर 4 राउंड फायरिंग की जाती है।

बता दें कि एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने इस मामले में जानकारी दी कि सांसद के काफिले पर गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद इलाके के वीडियो फुटेज की जांच की गई और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मौके से एक पिस्टल भी बरामद हुआ है।