उत्तर प्रदेश के चुनाव में सभी दलों के नेता इस समय जनता से मिलने निकल पड़े हैं। सभी दलों के उम्मीदवार जनता के सामने अपने को योग्य और जनता का सच्चा सेवक बताते हुए वोट की गुहार लगा रहे हैं। इस बीच कुछ जगह पार्टी उम्मीदवारों को अपने ही लोगों का विरोध का सामना करना पड़ रहा है। आरोप है कि जो पुराने कार्यकर्ता हैं, उनको दरकिनार करके ऐसे लोगों को टिकट दिया गया है, जो कुछ साल पहले ही दूसरी पार्टी से आए हैं।

हरदोई जिले के शाहाबाद विधानसभा सीट की बीजेपी विधायक और पार्टी की उम्मीदवार रजनी तिवारी लगातार विरोध से परेशान हैं। इसका खुलासा एक कार्यक्रम में उनके रोने से हुआ। कार्यक्रम में रजनी तिवारी बोलते-बोलते अचानक फूट-फूटकर रोने लगीं। उनका कहना था कि सोशल मीडिया पर उनकी पार्टी के ही लोग उनका विरोध कर रहे हैं। इससे वे बहुत आहत हैं।

कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, “यहां कोई बाहरी नहीं बैठा है। आप सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं। यहां कोई सभा नहीं है। मैं अपने परिवार के लोगों से कहना चाहती हूं कि आज मुझे माफ करिए। आएंदा से मैं कुछ गलती करूं तो आप मुझे बख्शिएगा नहीं। कुछ लोग सोशल मीडिया पर हमारे खिलाफ लिखते हैं। सपा वाले लिखें तो बर्दाश्त करेंगे, बसपा वाले लिखें तो बर्दाश्त करेंगे, लेकिन हमारे अपने मुझे पराया करें तो बर्दाश्त नहीं होता है।”

रजनी तिवारी ने कहा, “बिलग्राम में मेरा मायका, हरदोई में मेरी ससुराल, मैं बाहरी कैसे हो गई। भारतीय जनता पार्टी का मैं परिवार हूं और जब तक मेरा जीवन रहेगा, मैं भारतीय जनता पार्टी में ही रहूंगी। पिछली बार तो हमें समय ही नहीं मिला कि मैं किसी को बता पाती, किसी को समझा पाती। मैं अपने आप में ही रह जाती थी, लेकिन आज मुझे समय मिला है। जो गलतियां हुईं हैं, उसके लिए आप माफ करें।”

वह बोलीं, “मैं बाहरी नहीं हूं। बीजेपी मेरा परिवार है। जब तक जीवन रहेगा, मैं इस पार्टी में रहूंगी। महिला के आंसू कमजोरी नहीं होते, उसकी ताकत बन जाते हैं। महिला जिस काम को करने की ठान लेती है, उसे पूरा करती है। पूरे कार्यकाल में विकास के कई कार्य कराए, जो कुछ कमी रह गई हो, उसके लिए माफी मांगती हूं।”