लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मंगलवार को जेल से रिहा हो गए। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 10 फरवरी को आशीष मिश्रा की जमानत मंजूर की थी। आशीष, केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे हैं। एक टीवी चैनल के चुनावी डिबेट में भी आशीष मिश्रा की रिहाई का मुद्दा छाया रहा और इस पर एक शख्स ने सवाल किया तो भाजपा नेता भड़क गए और शख्स को पाकिस्तान भेजने की बात करने लगे।

एबीपी न्यूज के डिबेट शो के दौरान एक शख्स ने कहा कि अब आशीष मिश्रा भी जेल से बाहर आ गए हैं, डर है कि थार हमारे ऊपर न चढ़ जाए। इस पर भाजपा नेता ने कहा, “एक शायरबाज हैं, उनको इस देश में डर लग रहा है, 10 मार्च को वो भी बाहर जाएंगे, उसी श्रेणी में यह भी हैं। इनको डर लग रहा है तो ये भी पाकिस्तान चले जाएं।”

भाजपा नेता ने कहा, “इनकी विचारधारा भाजपा के प्रति इतनी गंदी है तो निश्चित तौर पर ये अपनी जगह तलाश लें, अगर इनको लगता है कि स्वतंत्र भारत, स्वतंत्र उत्तर प्रदेश और स्वतंत्र प्रयागराज में वह सुरक्षित नहीं हैं तो.. अपनी जगह बदल लें, किराया भाड़ा का इंतजाम मैं कर दूंगा।”

वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता ने भाजपा नेता पर पलटवार किया और कहा, “चुनाव के पहले और दूसरे चरण में किसान बदला ले चुका है। भारतीय जनता पार्टी का सफाया हो चुका है। उन्होंने कहा कि जब युवक ने सवाल किया तो सीधा जवाब दीजिए।”

बता दें कि जमानत मंजूर होने के बाद भी आशीष मिश्रा की रिहाई नहीं हो सकी थी। कोर्ट के आदेश में आशीष मिश्रा को IPC की धारा 147 148, 149, 307, 326 और 427 के साथ-साथ आर्म्स एक्ट की धारा 34 और 30 के तहत आरोपों में जमानत मिली थी। हालांकि, इसमें आईपीसी की धारा 302 और 120-बी का जिक्र नहीं था। कोर्ट ने जमानती आदेश में 302 और 120-B की धाराओं को जोड़ने के आदेश दिए, जिसके बाद आशीष मिश्रा मंगलवार को जेल से बाहर आए।