उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में दो चरणों का मतदान हो चुका है और तीसरे चरण के मतदान से पहले सभी राजनीतिक दल प्रचार में जुटे हैं। यूपी में चुनाव के बीच कई मुद्दे हैं, जिनको लेकर काफी चर्चा रही है और ऐसा ही एक मुद्दा है कि क्या ब्राह्मण मतदाता सत्ताधारी दल से नाराज हैं? इस पर योगी सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) ने कहा कि ये विरोधियों का हथकंडा है और उनके पास कोई मुद्दा नहीं है।
‘आजतक’ के एक कार्यक्रम में बात करते हुए योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद ने ब्राह्मणों की नाराजगी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, “आप यहां से गुजरिएगा और ब्राह्मणों से संवाद कीजिएगा तो पता चलेगा की ब्राह्मण पूरी तरह से भाजपा के साथ लामबंद हैं।” आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के मुद्दे पर एंकर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा कि विपक्ष का आरोप है कि उन पर सरकार ने इसलिए कार्रवाई नहीं की, कि कहीं ब्राह्मण नाराज न हो जाएं।
इस पर जितिन प्रसाद ने कहा, “कार्रवाई कानून करता है और कानून ने बखूबी कार्रवाई की है कि उनको जमानत लेनी पड़ी है। मामला जब कोर्ट के विचाराधीन है तो हम लोगों के इस मामले में बोलने का औचित्य भी नहीं बनता है।”
लखीमपुर खीरी के किसानों का जिक्र करते हुए एंकर ने सवाल किया कि, वे कह रहे हैं कि मंत्री के बेटे को जमानत मिल रही है लेकिन हमारे किसान अभी भी जेल में हैं। इस पर जितिन प्रसाद ने कहा, “ऐसा है कि ये न्यायालय का मत है, ये उनका अधिकार है। इस पर टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है।”
कई दशकों से यूपी में कोई भी सरकार लगातार जीतकर वापस नहीं आई है। इस पर जितिन प्रसाद ने कहा कि आंकड़े तोड़ने के लिए ही मोदी-योगी जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि जो कभी नहीं हुआ, वह अब होगा। जितिन प्रसाद ने असम का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के लिए भी यहीं कहा जाता था लेकिन दोबारा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि यूपी में भी इतिहास बनने वाला है कि भाजपा की सरकार रिपीट हो रही है।