यूपी विधानसभा चुनाव में दल बदलने वाले नेताओं को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी से समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले ब्रजेश कुमार प्रजापति को उनकी ही पार्टी के लोगों ने काले झंडे दिखाए। गौरतलब है कि बृजेश प्रजापति बांदा से सपा के प्रत्याशी बनाए गये हैं। हाल ही में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था।

लगे मुर्दाबाद के नारे: चुनाव से पहले दलबदल करने पर प्रजापति को बुंदेलखंड सहित विधानसभा के सपा नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है। दरअसल बुधवार को लखनऊ से चलकर फतेहपुर होते हुए बृजेश प्रजापति बांदा जिले की तिंदवारी विधानसभा क्षेत्र के चिल्ला जा रहे थे। उसके पहले ही रास्ते में चिल्ला पुल पर हजारों की संख्या में गुस्साए सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने उन्हें काले काले झंडे दिखाये। इसके अलावा उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाये।

टिकट परिवर्तन की मांग: गुस्साए सपा कार्यकर्ताओं ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से बृजेश प्रजापति का टिकट रद्द करने की मांग की है। दरअसल भाजपा में रहने के दौरान उनके कई बयानों की वजह से सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। विधायक रहते हुए प्रजापति ने एक कार्यक्रम से मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विवादित बयान दिया था।

जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया: उन्होंने मुस्लिमों को भारत से पाकिस्तान जाने की बात कही थी। वही स्थानीय जनता प्रजापति पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है। लोगों का आरोप है कि विधायक रहते उन्होंने अपने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं करवाया। इसके अलावा उनके ऊपर अधिकारियों पर दबाव बना कर गलत काम करने के भी आरोप लग चुके हैं।

सपा नेता ने क्या कहा: बृजेश प्रजापति का विरोध किये जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के तिंदवारी विधानसभा अध्यक्ष अमर सिंह यादव ने बताया कि मैं विधायक जी के साथ में फतेहपुर जनपद के ललौली से आ रहा था लेकिन ऐसा कुछ कहीं नहीं हुआ।