उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया है। 19 जनवरी, बुधवार को अपर्णा ने दिल्ली में भाजपा कार्यालय पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसको लेकर यूपी भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा कि भाजपा की जन कल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर अपर्णा यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
क्या बोलीं अपर्णा यादव: भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने कहा कि मेरे लिए राष्ट्र सबसे जरूरी है, इसीलिए मैं हमेशा से प्रधानमंत्री जी से प्रभावित रही हूं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्र का धर्म सबसे पहले हैं। मैं भाजपा की कार्य शैली से हमेशा प्रभावित रही हूं। मैं अपनी क्षमता के अनुरूप हमेशा तत्पर रहूंगी।
अपर्णा यादव के BJP में शामिल होने पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुलायम सिंह की पुत्रवधू होने के बावजूद भी अपर्णा यादव ने अपने विचार रखे हैं। काफी दिनों की चर्चा के बाद उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया।
वहीं यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “मैं अपर्णा यादव जी का हृदय से स्वागत करता हूं। पश्चिम यूपी में चुनाव होने वाला है और SP के शासन में गुंडागर्दी को इतना महत्व दिया जाता है कि पश्चिम यूपी में कोई बेटी सुरक्षित नहीं थी। अपर्णा को शुरू से लगता था कि योगी जी के शासन में एक अच्छा सुशासन है।”
बता दें कि यूपी में विधानसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। इसकी शुरुआत 10 फरवरी से होगी। ऐसे में अपर्णा यादव का भाजपा में शामिल होना समाजवादी पार्टी के लिए झटके की तरह देखा जा रहा है।
Koo Appसमाजवादी पार्टी के संरक्षक श्री मुलायम सिंह यादव जी की पुत्रवधू श्रीमती अपर्णा यादव जी का परिवारवाद के दलदल से निकल कर राष्ट्रवाद के पथ पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है. अच्छे लोग अपने लिये सही रास्ता खोज ही लेते हैं।View attached media content– Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) 19 Jan 2022
अपर्णा यादव मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। उन्होंने 2017 में लखनऊ की कैंट सीट से सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन वो बीजेपी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं।
गौरतलब है कि चुनाव से पहले नेताओं द्वारा दल बदलने का सिलसिला जारी है। कुछ पहले ही योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा देकर कई भाजपा विधायकों के साथ सपा का दामन थाम लिया था। बता दें कि मौर्य के सपा में आने से अखिलेश यादव को सूबे की कई सीटों पर सियासी फायदा पाने की उम्मीद दिख रही है।
