उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट पहले चरण के मतदान से पहले ही जारी कर दी थी। इस लिस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, उमा भारती, वरुण गांधी का नाम नहीं था। ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती से सोमवार को कानपुर में जब इससे जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने बातों-बातों में अपना दर्द बयां किया।
स्टार प्रचारकों की लिस्ट से नाम बाहर होने पर उन्होंने कहा कि ये सवाल आप पार्टी से पूछिए। बीजेपी से पूछिए वो जवाब देंगे, मैं तो प्रचार करने हर जगह पर जा रही हूं। मैं लेट नहीं हूं। मैं 8 तारीख से ही लोनी सीट पर प्रचार शुरू कर चुकी हूं। मैं स्टार प्रचारक नहीं सुपर स्टार हूं।
वहीं जब उनसे पूछा गया कि आखिर आप सिर्फ मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में प्रचार क्यों कर रही हैं। इसपर उन्होंने कहा कि वो भी हमारे ही देश के हैं। मैं उनके बीच में भी जाऊंगी, मुझे क्या दिक्कत है? इस देश में सभी लोग एक ही हैं। मैं राहुल गांधी की तरह यह नहीं कहूंगी कि एक देश में दो देश हैं।
वहीं हिजाब के मुद्दे पर उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मुझे कुछ नहीं बोलना। उन्होंने कहा कि हमने राजनीतिक नेताओं से अपील की है कि हिजाब के मामले पर मत बोलिए। मीडिया से भी अपील है कि इसे न दिखाएं। दोबारा जब उनसे हिजाब के मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया। मुझे इसपर बात नहीं करनी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने इसी साल 19 जनवरी को अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत 30 भाजपा नेताओं के नाम हैं। बता दें कि इस सूची में सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी, पीलीभीत सांसद वरुण गांधी का नाम शामिल नहीं था। वहीं लखीमपुर खीरी हिंसा मामले से विवादों में आये केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का भी नाम नहीं था।