उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में दो चरणों के मतदान हो चुके हैं। वहीं अब तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होगा। इसमें बुंदेलखंड की महोबा जिले की दो सीटों महोबा सदर और चरखारी पर भी मतदान होना है। इन दोनों सीटों पर भाजपा का कब्जा है। जहां महोबा से राकेश गोस्वामी हैं तो वहीं चरखारी से ब्रजभूषण सिंह राजपूत विधायक हैं।
बता दें कि महोबा में इस बार स्वास्थ्य का मुद्दा व्यापक स्तर पर देखा जा रहा है। दरअसल 200 बेड के ट्रामा सेंटर की मांग यहां बहुत समय से हो रही है। इसके अलावा बेरोजगारी, शिक्षा, पानी और स्वास्थय के मुद्दे भी चुनाव में अपनी जगह बनाये हुए हैं।
सपा का ब्राह्मण दांव: इस सीट पर चौरतफा मुकाबला होने की स्थिति है। दरअसल महोबा से तीन बार विधायक रहे बाबूलाल तिवारी के पौत्र मनोज तिवारी को सपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। मनोज तिवारी इससे पहले भी दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन जीत नहीं सके। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि जनता इस बार उनको मौका देगी। वहीं कांग्रेस ने युवा चेहरे सागर सिंह को टिकट दिया है।
विपक्षी दलोंं ने बिगाड़ा खेल: बसपा की बात करें तो संजय साहू पर पार्टी ने दांव लगाया है। बता दें कि संजय साहू के भाई महोबा से विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। ऐसे में महोबा सीट पर प्रमुख दलों ने तगड़े प्रत्याशी उतारे हैं। माना जा रहा है कि इस बार इस सीट पर कांटे की टक्कर होगी। इस स्थिति में सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा विधायक राकेश गोस्वामी अपनी सीट बचा पाएंगे या नहीं?
सीट पर जातीय समीकरण: वहीं सीट समीकरण पर गौर करें तो महोबा सीट पर सबसे अधिक चमार जाति के 60 हजार मतदाता हैं। वहीं ठाकुर 18 हजार, ब्राह्मण 18 हजार बनिया 12 हजार की संख्या में हैं। वहीं 15 हजार यादव, लोध 9 हजार, कुम्हार 12 हजार और कुशवाहा 25 हजार हैं। इसके अलावा यहां मुसलमान मतदाता 18 हजार हैं।