शुक्रवार को भाजपा ने लखनऊ में निषाद पार्टी के साथ संयुक्त रैली का आयोजन किया। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। जहां एक तरफ भाजपा निषाद समाज के वोट बैंक के सहारे आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने का सपना देख रही है तो वहीं बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहे एनडीए सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने भाजपा को ही धोखेबाज बता दिया। मुकेश सहनी ने अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा से बगावत करते हुए आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में 165 उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है।

बिहार सरकार में मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुखिया मुकेश सहनी ने कहा कि आरक्षण के नाम पर निषादों को लखनऊ बुलाकर भाजपा ने धोखा दिया। लेकिन रैली में किसी ने भी आरक्षण के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। किसी के मुंह से आरक्षण का ‘अ’ तक नहीं बोला गया। इसलिए निषाद समाज भाजपा को माफ़ नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने उत्तरप्रदेश में भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी पर भी हमला बोला। 

मुकेश सहनी ने कहा कि लखनऊ में हुई रैली से यह साबित हो गया है कि निषाद पार्टी संजय निषाद और उनके परिवार की पार्टी है। साथ ही उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद समाज के लोगों को ठग रहे हैं और छल कपट करके उनका वोट लेते हैं। इस दौरान मुकेश सहनी ने आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का भी ऐलान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर के बाद से उत्तरप्रदेश में पार्टी की प्रचार यात्रा शुरू की जाएगी। 

शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान निषाद समाज को खूब साधने की कोशिश की। अमित शाह ने कहा कि रैली में उमड़ी निषाद समाज की भीड़ बताती है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए 300 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर दोबारा सरकार बनाने के बाद निषाद समुदाय के बाकी एजेंडे को पूरा किया जाएगा।

बता दें कि उत्तरप्रदेश में निषाद समुदाय काफी लंबे समय से अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग कर रहा है। शुक्रवार को आयोजित की गई दोनों पार्टियों की संयुक्त रैली में निषाद समुदाय यह उम्मीद जता रहा था कि अमित शाह निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग स्वीकार करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई और सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा कि अगर भाजपा को निषाद समाज का वोट चाहिए तो उन्हें इस समाज के लोगों का ख्याल भी रखना होगा।