उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतगणना जारी है। जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी मऊ सदर विधानसभा सीट पर पीछे चल रहे हैं। अब्बास अंसारी पिता मुख्तार अंसारी की पारंपरिक सीट पर ओपी राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर बीजेपी ने अशोक सिंह को मैदान में उतारा है। मऊ सदर सीट से कांग्रेस के माधवेंद्र बहादुर सिंह और बसपा से भीम राजभर भी मैदान में हैं।
मुख्तार अंसारी का गढ़ माना जाता है मऊ
मऊ विधानसभा उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीटों में गिनी जाती है. मऊ सीट से बाहुबली मुख्तार अंसारी पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं. 2017 में मऊ सीट से बसपा के टिकट पर मुख्तार अंसारी ने ही जीत हासिल की थी उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महेंद्र राजभर को 8 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। मुख्तार अंसारी फिलहाल जेल में बंद हैं. पिता के सियासी रसूख को बचाने के लिए उतरे उनके बेटे अब्बास को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा है।
2017 में घोसी विधानसभा से चुनाव हारे थे अब्बास
2017 में अब्बास अंसारी बसपा के टिकट पर घोसी विधानसभा से चुनाव लड़े थे. इस चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान ने उन्हें 7003 वोटों से हरा दिया था. इस बार सुभासपा के टिकट पर अब्बास मऊ में मैदान में आए। अब्बास शॉटगन शूटिंग के इंटरनेशनल खिलाड़ी रहे हैं वो कई चैंपियनशिप में मेडल जीत चुके हैं।
क्या है मऊ विधानसभा सीट का जातीय समीकरण ?
मऊ विधासभा सीट पर करीब पौने पांच लाख मतदाता हैं. इसमें एक लाख 25 हजार मुस्लिम मतदाता, एक लाख दलित मतदाता, 55 हजार राजभर, 45 हजार यादव, 40 हजार नोनिया-चौहान, 20 हजार क्षत्रिय और करीब 20 हजार भूमिहार-ब्राह्मण मतदाता हैं।
खबर लिखे जाने तक मऊ सदर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।