उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद तीन करीबी विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस बीच, बुधवार को भदोही के भाजपा विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी के भी बागी होने की खबरें सोशल मीडिया में वायरल होने लगीं। उनके लेटरपैड की एक कॉपी वायरल हो रही थी जिसपर त्रिपाठी का इस्तीफा लिखा था। इसके बाद विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी ने मीडिया के सामने आकर इसे फर्जी करार दिया और कहा कि वे भाजपा के प्रति समर्पित हैं।

अपने इस्तीफे की खबरों पर भड़के भाजपा विधायक ने कहा, ”मेरा लेटर पैड इस्तेमाल कर साज़िश के तहत इसे वायरल किया गया है। मैं इसकी तहकीकात कराऊंगा। ये भ्रामक स्थिति पैदा की गई है।” रविंद्रनाथ त्रिपाठी ने कहा, ”सदन के अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ 7-8 महीने से मेरी कोई बात नहीं हुई है। मेरा तन, मन व जीवन BJP को समर्पित है।”

कुछ देर के बाद, रविंद्रनाथ त्रिपाठी ने इस्तीफे की फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, उत्तर प्रदेश पुलिस से आग्रह है कि उक्त रोहिणी सिंह (@rohini_sgh) पर मुझे साजिश के तहत बदनाम करने, झूठी अफवाह फैलाने और मुझे मानसिक तनाव देने हेतु आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने का कष्ट करें।”

बुधवार को भी उत्तर प्रदेश भाजपा के खेमे से इस्तीफों का दौर जारी रहा। योगी सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी यूपी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में दारा सिंह चौहान ने कहा, ”सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों, बेरोजगारों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है,उससे आहत होकर मैं उत्तरप्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देता हूं।”

दल-बदल के इस खेल के बीच, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी और सिरसागंज से समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा, सहारनपुर की बेहट सीट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी और सपा के पूर्व विधायक धर्मपाल यादव ने भी भगवा पार्टी का दामन थाम लिया।