यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का पाला बदलना जारी है। अब मशहूर गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल बीजेपी में शामिल हो गई हैं। पहले वो कांग्रेस में थीं। कांग्रेस ने उन्हें दो बार चुनावी मैदान में भी उतारा था, लेकिन दोनों बार वो जीत हासिल नहीं कर पाईं थीं। जिसके बाद इस बार कांग्रेस ने टिकट काट दिया था, तब से वो कांग्रेस से नाराज चल रही थीं और पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया था।

संपत पाल का प्रभाव बुंदेलखंड में माना जाता है। महिला अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ने वाली संस्था गुलाबी गैंग की वो नेता हैं और कई आंदोलनों की अगुआ भी रही हैं। हालांकि राजनीति में अभी तक वो असफल ही दिखीं हैं। शुक्रवार को जब सीएम योगी आदित्यनाथ चित्रकुट में सभा करने पहुंचे तो उनकी सभा से पहले सीएम के मंच से ही भाजपा के नेताओं ने संपत पाल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।

बीजेपी में शामिल होने के समय संपत पाल ने कहा कि कांग्रेस में अब दलालों का बोलबाला हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में उनका अब कोई सम्मान नहीं है। इस्तीफा देने के बाद किसी ने पूछा तक नहीं। वो अपना स्वाभिमान बचाने के लिए बीजेपी में आई हैं, उन्हें टिकट का लोभ नहीं है। बस एक कार्यकर्ता की तरह काम करेंगी।

बता दें कि संपत पाल ने 2012 और 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर मऊ-मानिकपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें जीत नसीब नहीं हुई। 2012 के चुनावों में जहां उन्हें केवल 2203 वोट मिले थे, वहीं 2017 में सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद भी उन्हें 40,524 वोट ही मिला था। जिसके बाद कांग्रेस ने इस बार संपत की जगह रंजना भारतीलाल पांडे को चुनावी मैदान में उतारा है।

संपत पाल के ऊपर एक फिल्म भी बन चुकी है। माना जाता है कि माधुरी दीक्षित और जूही चावला की 2014 की बॉलीवुड फिल्म ‘गुलाब गैंग’ को संपत पाल और उनके संगठन से ही प्रेरित थी।