तृणमूल कांग्रेस के नेता रिजू दत्ता पीएम मोदी और सीएम योगी के एक वीडियो शेयर करने के मामले में बुरे फंसते दिख रहे हैं। रिजू दत्ता के खिलाफ पीएम और यूपी सीएम से संबंधित एक डॉक्टर्ड वीडियो शेयर करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। यह मामला बनारस के दशाश्वमेध थाने में दर्ज किया गया है।
वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा कि टीएमसी प्रवक्ता के खिलाफ उनके ट्विटर हैंडल पर एक संपादित वीडियो पोस्ट करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष प्रभारी दशाश्वमेध ने रिजू दत्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर चौक इंस्पेक्टर शिवकांत मिश्रा को जांच की जिम्मेदारी दी है।
सीपी ने कहा कि डीसीपी ने सीआरपीसी के तहत ट्विटर इंडिया को आईपी विवरण देने और ट्विटर अकाउंट को निलंबित करने के लिए नोटिस भेजा है। यह मामला दशाश्वमेध थानाध्यक्ष प्रभारी आशीष मिश्रा की तरफ से दर्ज कराया गया है। उनका आरोप है कि रिजू दत्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काशी दौरे के दौरान के वीडियो को एडिट करके अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था। इस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है।
काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के लिए 13 दिसंबर को वाराणसी के अपने दौरे के दौरान पीएम, यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ शहर में रात को निरीक्षण के लिए निकले थे। इसी दौरे के समय का वीडियो है, जिसमें गोदौलिया क्रॉसिंग के पास उन्हें टहलते हुए दिखाया गया है। टीएमसी नेता ने एक क्लिप पोस्ट की, जिसमें मूल ऑडियो को बदल दिया गया था। भीड़ के साथ पीएम मोदी की जय-जयकार करते हुए ऑडियो ट्रैक को संपादित किया गया और इसे आपत्तिजनक नारों से बदल दिया गया।
रिजू दत्ता के वीडियो डालते ही वो वायरल हो गया था। जिसके बाद रिजू दत्ता पर फेक वीडियो डालने का आरोप लगने लगा। अब उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया और जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।