यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से चुनाव लड़ने की खबर के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची है। पहले खबर थी कि सीएम योगी अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी ने उन्हें गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी क्रम में एक डिबेट में जब राजनीतिक विश्लेषक से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कम से कम मैदान में तो योगी उतरे।

आजतक पर चले एक डिबेट में जब एंकर चित्रा त्रिपाठी ने राजनीतिक विश्लेषक शांतनु गुप्ता से अयोध्या के बजाय गोरखपुर से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि बड़ी बात यह नहीं है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे हैं, बड़ी बात यह है कि वे चुनाव लड़ रहे हैं, उनका चुनाव लड़ना उत्तर प्रदेश में नई परिपाटी है।

उन्होंने कहा- “उत्तरप्रदेश में पिछले दो दशक में कोई मुख्यमंत्री चुनाव में जाके मुख्यमंत्री नहीं बना है। योगी आदित्यनाथ पिछली बार जब मुख्यमंत्री बने तब चुनाव हो चुका था, लेकिन अखिलेश के पास 2012 में मौका था वो चुनाव लड़ सकते थे, 2007 में मायावती के पास मौका था, वो चुनाव लड़ सकती थीं, लेकिन उन्होंने नहीं लड़ा। तो ये बड़ी बात है और कोई नेता चुनाव लड़ता हुआ नहीं दिख रहा है। मायावती चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं, जैसा दिख रहा है, अखिलेश ने तो पहले ही मना कर दिया है”।

वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को नोएडा से दोबारा टिकट दिया गया है। पंकज सिंह पिछली बार इसी सीट से विधायक थे। इस दौरान पंकज सिंह ने मंदिर के मुद्दे पर कहा कि मंदिर कभी भी भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी मुद्दा या वोट का मुद्दा नहीं रहा है। ये हमारे जीवन से जुड़ा हुआ मुद्दा है, ये हमारे सांसों से जुड़ा हुआ मुद्दा है, ये हमारे आस्था से जुड़ा हुआ मुद्दा है। इससे कभी हमलोग पीछे होने वाले भी नहीं है।

नोएडा विधायक ने आगे कहा कि भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। काशी धाम जनता को समर्पित है और इतना मैं कह सकता हूं कि निश्चित रूप से मथुरा का भी विकास होगा।