मनराज ग्रेवाल शर्मा

पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के गठन के साथ चुनावी मैदान में हैं। इसके लिए वो चुनावी कार्यक्रमों में पूरी सक्रियता के साथ नजर आ रहे हैं। बता दें कि उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन करना पंजाब के लिए अच्छा है।

द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अमरिंदर सिंह से जब सवाल किया गया कि आप कांग्रेस से अलग होने को कैसे देखते हैं? इसपर उन्होंने कहा कि मैं फ्री महसूस करता हूं। मुझे वहां वापस ले जाने के लिए कुछ भी नहीं है। अगर मैं गलती करता हूं, तो यह मेरी खुद की होगी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी मुझे शादी के समय से जानती थीं, राजीव गांधी दून स्कूल में मेरे जूनियर थे। प्रियंका और राहुल गांधी मेरे बच्चों की तरह हैं। इस मामले को और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।

वहीं पंजाब में धर्म या जाति के आधार पर ध्रुवीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फालतू बात है। सत्तर साल बाद, हमने जाति और धर्म के मामले में बात करना शुरू कर दिया है। चन्नी की जाति की बात क्यों करें। किसी की योग्यता ही मायने रखती है। समुदाय का ध्रुवीकरण करने की कोशिश क्यों?

उन्होंने कहा कि मेरा कभी किसी धर्म से कोई विवाद नहीं रहा। पंजाब में मुसलमानों और ईसाइयों दोनों की आबादी में भारी वृद्धि देखी गई है। पहले पटियाला में सिर्फ दो मोहल्ले थे, अब ये चारों तरफ फैले हुए हैं। मैंने खुद अमरगढ़ और मलेरकोटला से दो मुस्लिम उम्मीदवारों को नामांकित किया है। वहीं पाकिस्तान से रिश्तों को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पंजाब के मुख्यमंत्री पटियाला से थे और मेरे उनके साथ अच्छे संबंध थे।

वहीं आम आदमी पार्टी की संभावनाओं को लेकर कैप्टन ने कहा कि मुझे अभी भी नहीं पता कि यह एक राजनीतिक दल है या एक मूवमेंट है। मैं जानता हूं कि लोग कह रहे हैं कि वे पारंपरिक पार्टियों से बदलाव चाहते हैं। लेकिन उन्होंने पिछली बार भी ऐसा कहा था। मुझे नहीं लगता कि वे इस बार कोई बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने कहा कि संयुक्त समाज मंच किसानों की पार्टी है। ये पार्टी आप की संभावनाओं को और कम करेगी। समय पर देखते हैं डेरा सच्चा सौदा के लोग कहां जाते हैं, उनके साथ कई छोटे किसान भी हैं।