किसान आंदोलन खत्म करके अपने घर पहुंचे राकेश टिकैत अब भी आराम करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले टिकैत अब गन्ने के मुद्दे को लेकर योगी सरकार को घेरने में जुट गए हैं। साथ ही टिकैत ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस ऑफर को भी ठुकरा दिया जिसमें उन्होंने बीकेयू नेता को चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था।
करीब तीन साल बाद अपनी बेटी से मिलने शामली पहुंचने पर राकेश टिकैत ने ये बातें कही। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यूपी में सरकार ने वादा किया था कि वो 14 दिनों में गन्ने का भुगतान कर देगी, लेकिन सरकार वादे पर खड़ी नहीं उतरी। किसानों का गन्ना मिलों पर अभी भी काफी बकाया है।
टिकैत ने आगे कहा कि यूपी में सरकार झूठे प्रचार कर रही है, कि गन्ना किसानों को बकाया मिल गया है। सरकार ने वादा किया था कि 14 दिन के अंदर गन्ने का भुगतान हो जाएगा, वो कहां है। किसानों को 14 दिनों में पैसे नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने भुगतान सही समय से नहीं किया तो योगी किसानों से आंदोलन करवाना चाह रहे हैं, किसान आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा कि गन्ना मंत्री सुरेश राणा इसी इलाके से आते हैं, लेकिन किसानों का भुगतान वो नहीं सुलझा पाए हैं। गन्ना मिलों पर किसानों का आज भी करोड़ों रुपये का बकाया है। वहीं अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने के ऑफर पर टिकैत ने कहा कि जिनको चुनाव लड़ना है लड़ें, हमें चुनाव नहीं लड़ना है। ऑफर के लिए धन्यवाद।
बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा था कि राकेश टिकैत किसी राजनीतिक दल की तरह काम नहीं करते हैं। वो किसानों के बारे में बात करते हैं, अगर वो चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उनका सपा स्वागत करेगी। हालांकि टिकैत पहले भी साफ कर चुके हैं कि वो चुनाव नहीं लड़ेगे। वो किसानों के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। इस दौरे के दौरान एक बार फिर से टिकैत ने एमएसपी की मांग को दोहराते हुए कहा कि अभी भी एमएसपी पर खरीद नहीं होती है। उन्होंने लखीमपुर मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर भी कार्रवाई की मांग की।