गुरुवार की सर्द सुबह दो दिग्गज जाट नेताओं राकेश टिकैत और जयंत चौधरी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की। दोनों नेता किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए एक साथ आए थे। उसके बाद जयंत चौधरी और टिकैत ने एक ‘हवन’ किया। इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि उनको किसान घाट पर आने के बाद जयंत चौधरी के भी वहां पहुंचने की जानकारी मिली।
‘आज तक’ के पत्रकार से बात करते हुए राकेश टिकैत ने हवन करने के सवाल पर कहा, ”हवन तो कोई भी कर सकता है, यहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। चौधरी चरण सिंह तो सभी के नेता थे। किसान घाट सबका है और चौधरी चरण सिंह भी सबके हैं।” दोनों नेताओं के साथ होने पर लोगों को जाने वाले संदेश के सवाल पर टिकैत ने कहा, ”संदेश का क्या है, इस स्थान पर तो सभी को आना चाहिए। यहां पर हर तरह की विचारधारा से जुड़े लोग मौजूद थे।” टिकैत ने कहा कि हवन के दौरान कोई साथ बैठा हो तो उसे कैसे हटाया जाएगा। जयंत चौधरी के वहां मौजूद होने को किसान नेता ने संयोग बताया।
यूपी चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, ”देश में एक ही चीज पर तो हमेशा काम हो रहा है कि वोट कैसे मिलेगा। सारी सरकारें इसी में लगी हैं। सरकारें अगर ध्यान विकास कार्यों पर देतीं तो ये दिक्कत ही न होती। गन्ने के भुगतान की समस्या यूपी में है और लोग दिल्ली में रिपोर्ट दे रहे हैं कि भुगतान हो गया।”
इस दौरान पत्रकार ने पूछा कि आप भी दिल्ली से वोटर्स को संदेश दे रहे हैं। इस सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, ”हम किसी को संदेश नहीं दे रहे हैं, हमे चुनाव से कोई मतलब नहीं है, हम चुनाव से बहुत दूर हैं।” राकेश टिकैत किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद से कहते रहे हैं कि वे किसी भी दल के लिए प्रचार नहीं करेंगे और चुनाव से उनका कोई लेना-देना नहीं है।