यूपी के कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का एक बयान काफी सुर्खियों में हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी हमारे पुराने मित्र हैं। उन्होंने औवैसी को क्षत्रिय बताया है। सिंह ने कहा कि वो राम के वशंज हैं, ईरान से नहीं आये हैं। उन्होंने अपने बेटे और भाजपा की तरफ से गोंडा सदर प्रत्याशी प्रतीक भूषण शरण सिंह के लिए आयोजित चुनावी सभा में ये बातें कहीं।

बृज भूषण शरण सिंह ने अपने लोगों से अपने बेटे को वोट करने की अपील करते हुए कहा कि अगर प्रतीक की जीत होगी तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में खड़े होंगे। कोई और जीतेगा तो वो आतंकवादियों के बगल में खड़ा होगा।

बृज भूषण ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी का विवाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से है क्योंकि अखिलेश मुसलमानों का वोट चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने अपने पिता को धोखा दिया, चाचा को धोखा दे दिया। उनका काम ही है धोखा देना। सिंह ने कहा कि ओवैसी और अखिलेश के बीच मुस्लिम नेता होने की लड़ाई है। दोनों में रेस है कि कौन मुसलमानों का नेता है।

ओवैसी को अपना मित्र बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक वो पुराना छत्रिय है। वो भगवान राम के ही वंशज हैं। ईरान वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा इस बात का मेरे पास पर्याप्त प्रमाण तो नहीं है लेकिन मैं इसकी जानकारी जुटा रहा हूं। वहीं उन्होंने सपा और रालोद के गठबंधन को लेकर कहा कि रालोद को कोई पूछ नहीं रहा है।

बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि नागा साधु और जैन मुनि हमारी संस्कृति का ही हिस्सा हैं। उन्होंने दावा किया मुसलमान इस बार अंतिम बार समाजवादी पार्टी के साथ है। बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में 1991 में पहली बार चुनाव लड़ा और गोंडा से पहली जीत दर्ज की। इसके अलावा उन्होंने 2004, 2009 और 2014 लोकसभा चुनावों में लगातार कैसरगंज से जीत दर्ज की।