उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में उतरने का ऐलान कर चुके एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी विपक्षी दलों को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे हैं। कानपुर में एक जनसभा के दौरान ओवैसी समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में कोर्ट का फैसला आया कि इस केस में कोई भी मुलजिम नहीं है। मैंने इस मुद्दे को संसद में उठाया कि सीबीआई ने अपील क्यों नहीं की। ओवैसी ने कहा कि बसपा, कांग्रेस और सपा के लोगों ने इस पर कुछ नहीं बोला।

ओवैसी ने कहा, ”संसद में जब मैंने पूछा कि मेरी मस्जिद शहीद की गई और इसके मुलजिमों को कोर्ट ने छोड़ दिया तो इस पर एसपी, बीएसपी और कांग्रेस के लोग कुछ नहीं बोले। मैंने उनसे पूछा कि आखिर आपने इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया। तो उन्होंने नजरें झुका लीं, क्योंकि मस्जिद तो मेरी शहीद की गई थी, उनकी नहीं।”

ओवैसी ने आगे कहा कि मस्जिद को शहीद करने वालों ने शहीद किया, लेकिन उन्होंने हिंदुस्तान की बुनियादों को भी कमजोर कर दिया। ओवैसी ने कहा, ”उन्होंने अपने जालिम हाथों से एक मुबारक जगह को शहीद कर दिया, हिंदुस्तान को हिला दिया।”

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के 100 उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुके असदुद्दीन ओवैसी लगातार बाबरी मस्जिद विध्वंस के मुद्दे को उठाते रहे हैं और इसको लेकर वे सत्ताधारी दल को घेरते रहे हैं। वहीं, कानपुर की जनसभा में उन्होंने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।

यूपी चुनाव को लेकर अपनी जमीन तैयार करने में जुटे असदुद्दीन ओवैसी लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। कानपुर के अलावा, इस महीने ओवैसी यूपी के कई जिलों में वंचित शोषित सम्मेलन सम्बोधित करेंगे। वे 18 दिसम्बर को मेरठ में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद 19 दिसम्बर को बिजनौर के नगीना और 25 को फिरोजाबाद में भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे। पिछले दिनों ऐसी खबरें आ रही थीं कि ओवैसी, सपा और ओमप्रकाश राजभर के गठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि, अखिलेश यादव ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार कर दिया।