पिछले साल फरवरी में त्रिपुरा में हुए विधान सभा चुनावों में भाजपा ने पहली बार जबर्दस्त जीत हासिल करते हुए राज्य में सरकार बनाई। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा ने 36 सीटें दर्ज कीं, जबकि सहयोगी आईपीएफटी ने आठ सीटों पर कब्जा जमाया। आईपीएफटी को राज्य में आदिवासी संगठनों का समर्थन हासिल है। हाल के दिनों में जब नागरिकता के मुद्दे पर त्रिपुरा के मधोबारी में विरोध-प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों पर पुलिस ने फायरिंग की तो आदिवासी समुदाय राज्य की बिप्लब देब सरकार के खिलाफ हो गए। इस फायरिंग में आठ आदिवासी युवक घायल हो गए थे। कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और त्रिपुरा के महाराजा प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा तब घायल आदिवासियों के घर पहुंचे और उनका हाल चाल जाना। देबबर्मा को तब न केवल आदिवासी युवाओं का साथ मिला बल्कि भाजपा की सहयोगी आईपीएफटी के युवा संगठन के नेताओं ने भी देबबर्मा का साथ निभाया और इस मुद्दे पर उनका समर्थन किया। देबबर्मा ने राज्य सरकार के कदम की आलोचना करते हुए बिल के विरोध में आदिवासी युवकों के साथ आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसे बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है।
देबबर्मा के कार्यों को देखते हुए मंगलवार (26 फरवरी) को कांग्रेस ने उन्हें पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। 40 साल के देबबर्मा त्रिपुरा के माणिक्य वंश के अंतिम महाराजा कीर्ति बिक्रम देबबर्मा के अकेले पुत्र हैं। इनके कंधों पर राज्य में कांग्रेस को फिर से स्थापित करने की जिम्मेदारी है। पिछले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। राज्य की दो लोकसभा सीटों में भी कांग्रेस एक पर भी नहीं जीत सकी थी।
बता दें कि विधान सभा चुनाव से तीन दिन पहले त्रिपुरा राजघराने के मुखिया प्रद्योत माणिक्य देबवर्मा ने आरोप लगाया था कि भाजपा साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाते हुए उन्हें लोभ के जाल में फांसने की कोशिश कर रही है। तब देबबर्मा ने कहा था कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री पद का लालच दिया गया था। इसके अलावा विपरीत परिस्थितियों में राज्यसभा सीट का भी लालच दिया गया था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। प्रद्योत देबबर्मा ने कहा था कि वो कांग्रेस की विचारधारा से समझौता करने वालों में से नहीं है। उन्होंने कहा था कि भाजपा की विचारधारा से वो असहज महसूस करते हैं। बता दें कि इनके पिता और माता विभु कुमारी देवी कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं। प्रद्योत नॉर्थ-ईस्ट के मशहूर मैग्जीन ‘द नॉर्थ-ईस्ट टुडे’ के मुख्य संपादक और होटल ‘द हेरिटेज क्लब’ के मालिक हैं। इनके चाचा जिश्नु देबबर्मा राज्य के उप मुख्यमंत्री हैं।