राजस्थान में धौलपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बन जाने से भाजपा ने अपने तमाम नेताओं को धौलपुर में लगा दिया है। मुख्यमंत्री राजे ने भी धौलपुर में दो दिन रह कर जाति समाजों के प्रमुखों के साथ बैठक कर वोट जुगाड़ने की रणनीति बनाई है। दूसरी तरफ कांग्रेस को उम्मीद है कि राजे सरकार से नाखुश जनता भाजपा को जोरदार सबक सिखाने को तैयार बैठी है। इसके चलते उसकी जीत तय है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की भारी जीत ने राजस्थान भाजपा के होश धौलपुर उपचुनाव में उड़ा दिए हैं। भाजपा में राजस्थान की राजे सरकार की कार्यशैली से पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी से चिंतित केंद्रीय नेतृत्व की निगाहें धौलपुर उपचुनाव पर लगी है। केंद्रीय नेतृत्व की मंशा है कि उत्तर प्रदेश से सटे धौलपुर में भाजपा शासित राजस्थान की सरकार के कामकाज का आकलन होगा। केंद्रीय नेतृत्व के सख्त रवैये के चलते ही मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा नेतृत्व धौलपुर में हर हाल में जीत दर्ज करना चाहता है। इसके लिए उसने बसपा से उधार का उम्मीदवार तय कर शोभारानी के जरिए पार्टी का परचम लहराने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गृह नगर होने के कारण धौलपुर उपचुनाव पूरे प्रदेश की सियासत के लिए बडा केंद्र भी बन गया है। मुख्यमंत्री राजे धौलपुर का लगातार दौरा कर रही है। राजे रविवार को ही धौलपुर से जयपुर लौटीं। उपचुनाव 9 अप्रैल को होगा और इससे पहले राजे दो दौरे और करेंगी। उनके मंत्रिमंडल के ज्यादातर मंत्री और बडेÞ पदाधिकारी धौलपुर में ही डेरा डाले बैठे हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने धौलपुर विधानसभा क्षेत्र में दो दिन तक अलग-अलग जाति समाजों के प्रधानों से मुलाकात की। इन बैठकों में राजे ने समाज के नेताओं को भाजपा उम्मीदवार की जीत तय करने में भूमिका निभाने को कहा। राजे ने धौलपुर में अपने निजी निवास सिटी पैलेस में जाति संगठनों के प्रतिनिधियों को कहा कि भाजपा की जीत के बाद इलाके में विकास की गंगा बहेगी। दूसरी तरफ धौलपुर में कुशवाह वर्ग की बहुलता को देखते हुए भाजपा ने बसपा से विधायक रहे बीएल कुशवाह की पत्नी शोभारानी को उम्मीदवार बनाया है। धौलपुर में कुशवाहा समाज को टिकट देने से अन्य जातियों में नाराजगी भी है। भाजपा उम्मीदवार के पति हत्या के एक मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे है। इसके कारण ही उनकी विधायकी खत्म हुई और उपचुनाव की नौबत आई है।
दूसरी तरफ कांग्रेस का प्रचार अभियान भी तेज गति से चल रहा है। कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने भाजपा उम्मीदवार के पति पूर्व विधायक बीएल कुशवाह को धौलपुर जेल से श्रीगंगानगर भेज दिया है। कांग्रेस का आरोप था कि कुशवाह धौलपुर जेल से ही भाजपा के पक्ष में प्रचार में लगे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने पूरे प्रचार का मोर्चा संभाल रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी धौलपुर में पार्टी उम्मीदवार बनवारी लाल शर्मा के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं। कांग्रेस के उम्मीदवार शर्मा पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और कई बार मंत्री रह चुके हैं। पूरे इलाके में उनकी पकड़ होने से ही पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है।

