पंकज रोहिला

दिल्ली के चुनावी चेहरों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में अंदरखाने घमासान मच गया है। पार्टी अध्यक्ष तक जो सूची पहुंची है, उस सूची में कई ऐसे नाम शामिल हैं जो दिल्ली की कोर समिति से संबंधित है। सूत्र बताते हैं कि इस पर केंद्रीय भाजपा ने नाराजगी जाहिर की है। पार्टी के शीर्ष नेताओं का कहना है कि चुनाव लड़ाने वाले नेता ही टिकट मांगेंगे तो पार्टी कैसे जीतेगी। इसके बाद से सोमवार को दिल्ली की सीटों पर मंथन का दौर शुरू हो गया है।

केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली के नेताओं से बात की और उनकी दावेदारी के आधार का भी आकलन किया। सुबह से ही ऐसी जानकारियां सामने आ रही थीं कि पार्टी ने इस सूची से नाराज होकर दिल्ली की कोर समिति को भंग कर दिया है। हालांकि देर शाम तक इस पर दिल्ली सरकार या केंद्र की तरफ से कोई सफाई नहीं आई। जो भी नाम केंद्रीय नेतृत्व को भेजे गए हैं उन नामों में वर्तमान सांसद, पार्टी द्वारा तैनात प्रभारी व संगठन के लोगों के नाम है।

इस प्रकार से करीब 24-25 नामों को भेजा गया है। पार्टी सूत्र इस मामले में तर्क दे रहे हैं कि कोर समिति की तरफ से कई नामों को नजर अंदाज किया गया है, इसकी जानकारी पार्टी के शीर्ष नेताओं तक भी पहुंची है। भाजपा ने क्रिकेटर गौतम गंभीर को हाल ही में पार्टी की सदस्यता दिलाई है। इसके बाद से ही ये संभावनाएं जताई जा रही है कि वे इस बार नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में आएंगे।

जैसे ही यह नाम सामने आया तो सेलेब्रिटी बातकर इस पर टिप्पणी शुरू हो गई थी। इसे सीधे तौर पर पार्टी के फैसले पर सवाल खड़ा करना माना जा रहा है। शीर्ष नेतृत्व में तर्क यह दिया जा रहा है कि पार्टी 2014 के लोकसभा चुनाव में ऐसे तीन ऐसे चेहरे दे चुकी है और यहां पार्टी का फैसला सही भी रहा। इसलिए अब सोमवार को केंद्रीय नेतृत्व को फिर से दिल्ली के चेहरों को लेकर माथापच्ची शुरू करनी पड़ी।