सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा की निर्विरोध जीत के बाद विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया। सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द हो गया था। वहीं अब नीलेश कुंभानी ने कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। नीलेश कुंभानी ने कहा कि मैंने कोई गद्दारी नहीं की, बल्कि मेरे साथ कांग्रेस ने गद्दारी की थी।

नीलेश कुंभानी ने कहा, “मैंने कोई गद्दारी नहीं की। 2017 के विधानसभा चुनावों में मुझे कांग्रेस ने टिकट दिया था और चुनाव चिन्ह भी दिया था लेकिन नामांकन के वक्त चुनाव चिन्ह किसी और उम्मीदवार को दे दिया गया। इसे ही गद्दारी कहते हैं।”

सूरत कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाते हुए नीलेश कुंभानी ने कहा, “जब मुझे टिकट मिला, सभी चीज अच्छी तरह से चल रही थी। मैं आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ प्रचार कर रहा था। सूरत के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को ज्यादा वोट मिले थे, तो लोकसभा चुनाव में गठबंधन में रहते हुए उनके साथ प्रचार करने में क्या गलत था? लेकिन यहां के कांग्रेसी नेताओं को यह पसंद नहीं आ रहा था।”

नीलेश कुंभानी ने कहा कि सब कुछ समझाने के बावजूद चार-पांच कांग्रेसी नेता नहीं माने और उन्होंने कार्यकर्ताओं को हमारे साथ प्रचार करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे और मेरी टीम के प्रस्तावकों को लगा कि यह गलत हो रहा है। इसीलिए हमने यह सब किया। मैंने चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी की थी और हमेशा कांग्रेस के लिए काम किया। कोरोना के दौरान भी मैंने लोगों की पूरी मदद की और सहायता की। लेकिन जिस तरह से टिकट मिलने के बाद मुझे सब परेशान कर रहे थे, हमने कांग्रेस को आइना दिखाने का काम किया।”

बता दें कि नीलेश कुंभानी पर कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। नीलेश ने कहा कि आज जब मैं सभी स्थिति स्पष्ट कर दी है तब सभी चुप हैं। किसी में हिम्मत हो तो मुझे छूकर बताएं।