Loksabha Election 2019: सूरत लोकसभा सीट से दो बार की सांसद दर्शना जरदोश को लोकल यूनिट से अपार चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इस सीट में 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के दौरान मतदान होंगे। जरदोश सहित कुल 25 भाजपा नेताओं ने सूरत लोकसभा टिकट के लिए पार्टी पर्यवेक्षकों के सामने अपने नाम सामने रखे हैं। प्रत्याशी का चुनाव करने के लिए भाजपा ने तीन निरीक्षकों का पैनल बनाया है। भरतसिंह परमार, भारत राठौड़ और भावना दवे यही वे तीन निरीक्षक हैं जो उम्मीदवारों को चुनने के लिए स्थानीय पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पिछले सप्ताह यहां आए थे।
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने संकेत दिए हैं कि इस बार वे यहां बदलाव करना चाहते हैं। इसी को देखते हुए सूरत से इतने सारे लोगों ने चुनाव लड़ने का इरादा जताया। नामांकन के दावेदारों में सूरत शहर के भाजपा अध्यक्ष नितिन भजियावाला, पार्टी के चार पूर्व विधायक, पांच पूर्व शहर महापौर और भाजपा के पूर्व पार्षद शामिल हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, भजियावाला ने कहा कि उन्होंने अपना नाम पार्टी के चुनाव निरीक्षकों के सामने इसलिए रखा था क्योंकि उन्होंने दो साल पहले सूरत की सभी सात विधानसभा सीटों पर पार्टी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा “2017 के विधानसभा चुनावों के दौरान, पार्टी ने मुझे सूरत से चुनाव लड़ने के लिए टिकट की पेशकश की थी, लेकिन पाटीदार आंदोलन के चलते स्थिति गंभीर होने से मैंने इनकार कर दिया था। मैंने कड़ी मेहनत की और नतीजे भाजपा के पक्ष में आए क्योंकि सभी सात सीटें – ओलपाड, सूरत पूर्व, सूरत उत्तर, वराछा, करंज, करतारगाम और सूरत पश्चिम – हमारी पार्टी द्वारा जीती गईं। अब, मुझे लगता है कि मैंने पार्टी के लिए अपना काम किया है और मेरी इच्छा लोकसभा में सूरत का प्रतिनिधित्व करने की है।”
भजियावाला ने कहा “आखिरकार, यह तय करना पार्टी टॉप ब्रास पर निर्भर करता है कि वे सूरत से किसे चुनाव लड़ाना चाहते हैं। अगर मुझे टिकट से वंचित कर दिया जाता है, तब भी मैं पूरी ईमानदारी से शहर के अध्यक्ष के रूप में पार्टी के लिए काम करूंगा।” 25 टिकट चाहने वालों में 15 स्थानीय हैं और शेष 10 सौराष्ट्र के हैं लेकिन सूरत शहर में बस गए हैं। हालांकि, सांसद जरदोश ने कहा कि सूरत लोकसभा टिकट के लिए पार्टी नेताओं के बीच भीड़ है, क्योंकि यह भाजपा के लिए “सुरक्षित सीट” है। जरदोश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया “कारण यह है कि सूरत (भाजपा के लिए) जीतने के लिए सबसे सुरक्षित सीट है। कई टिकट के दावेदार ऐसे हैं, जो पार्टी में अपना कद बढ़ाना चाहते थे और अपने नामों को सामने रखकर उन्हें लगता है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण पद देगा।”
जरदोश के अलावा इस सीट के लिए पांच और महिला उम्मीदवारों ने अपना नाम दिया है। इसपर उन्होंने कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया जाता है, तो यह एक पुरुष उम्मीदवार को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर मुझे बदल दिया जाता है, तो मेरी इच्छा है कि टिकट एक पुरुष उम्मीदवार को दिया जाए और वह सुरति होना चाहिए।”