Sultanpur Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग घोषणा कर चुका है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट की बात करें तो इस बार इस सीट को लेकर काफी चर्चा है। चर्चा की सबसे बड़ी वजह हैं मौजूदा सांसद मेनका गांधी। क्योंकि कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी इस बार मेनका गांधी को टिकट देगी या नहीं। बता दें, सुल्तानपुर लोकसभा सीट से मेनका गांधी वर्तमान में सांसद हैं।
हालांकि, अभी तक बीजेपी ने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। दूसरी तरफ से इंडिया गठबंधन ने भी अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी शामिल हैं, जबकि एनडीए गठबंधन में बीजेपी, अपना दल, निषाद पार्टी, आरएलडी और एसबीएसपी शामिल हैं।
2019 में मेनका ने बसपा प्रत्याशी की दी थी मात
2019 के लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी ने जीत हासिल की थी। मेनका गांधी को बीजेपी ने सुल्तानपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था। मेनका गांधी ने बीएसपी उम्मीदवार चंद्र भद्र सिंह को मात दी थी। मेनका गांधी को 4 लाख 59 हजार 196 वोट मिले थे, जबकि बसपा उम्मीदवार को 4 लाख 44 हजार 670 वोट मिले थे। कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. संजय सिंह को 41 हजार 681 मत प्राप्त हुए थे।
सुल्तानपुर लोकसभा सीट का इतिहास-
सुल्तानपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से कांग्रेस ने आठ बार जीत हासिल की है, जबकि भाजपा को पांच बार जीत मिली है। बसपा को दो बार और जनता दल को एक बार जीत मिली। इस सीट पर पहली बार 1951-52 के चुनाव में वोटिंग हुई थी। उस चुनाव में कांग्रेस के बीवी केसकर ने जीत दर्ज की थी। साल 1957 में कांग्रेस के गोविंद मालवीय, साल 1963 में कांग्रेस के कुंवर कृष्ण वर्मा, साल 1967 में गणपत सहाय और साल 1971 में कांग्रेस के केदारनाथ सिंह ने जीत दर्ज की थी।
1977 के लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी के जुल्फिकारुल्ला ने जीत दर्ज की थी। हालांकि, इसके बाद साल 1980 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के गिरिराज सिंह और साल 1984 में कांग्रेस राज करण सिंह ने जीत दर्ज की थी। 1989 के लोकसभा चुनाव में जनता दल के राम सिंह को जीत मिली।
बीजेपी ने 1991 में पहली बार जीत हासिल की
सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी को पहली बार साल 1991 में जीत मिली। पार्टी उम्मीदवार विश्वनाथ दास शास्त्री ने जीत हासिल की। इसके बाद साल 1996 में बीजेपी के देवेंद्र बहादुर राय विजय हुए। उन्होंने साल 1998 चुनाव में भी जीत हासिल की।
लगातार तीन बार चुनाव जीतने के बाद साल 1999 में बीजेपी को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा। बसपा प्रत्याशी जय भद्र सिंह को जीत मिली। एक बार फिर साल 2004 में बसपा उम्मीदवार ताहिर खान को इस सीट पर जीत मिली। साल 2009 में कांग्रेस ने संजय सिंह को चुनाव में उतारा और उनको जीत हासिल हुई।
2014 में वरुण गांधी ने इस सीट से जीत हासिल की
2014 में पहली बार वरुण गांधी को भाजपा ने इस सीट से उम्मीदवार बनाया। वरुण गांधी ने बसपा उम्मीदवार पवन पांडे को भारी अंतर से हराया था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भापपा ने वरुण गांधी के बदले उनकी मां मेनका गांधी को उम्मीदवार बनाया। मेनका गांधी ने इस सीट पर जीत दर्ज की।
सुल्तानपुर लोकसभा सीट का जातीय समीकरण-
सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर 80 फीसदी आबादी हिंदू है। जबकि, 20 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। जबकि, अनुसूचित जाति की आबादी 21.29 फीसदी है और अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.02 फीसदी है। इस सीट पर मुस्लिम, राजपूत और ब्राह्मण मतदाता की संख्या भी ठीकठाक है। यह मतदाता इस सीट पर हार-जीत का समीकरण बनाते हैं।