मध्य प्रदेश में चुनावी दंगल जारी है और हर प्रत्याशी अपनी जीत की हरदम कोशिश कर रहा है। पार्टी भी अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। ऐसे में प्रदेश चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। बता दें कि इस बार मैदान में 6 ट्रांसजेंडर भी उतरे हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार प्रदेश की 230 सीटों पर कुल 2907 उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं।

ट्रांसजेंडर्स के लिए खास है मध्य प्रदेश</strong>
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश पहला राज्य है जहां से पहली बार एक ट्रांसजेंडर विधानसभा पहुंची थी। गौरतलब है कि साल 2000 के विधानसभा उप चुनाव में प्रदेश से शबनम मौसी देश की पहली ट्रांसजेंडर विधायक बनी थीं। अब ऐसे में इस बाद 6 ट्रांसजेंडर चुनावी दंगल में उतर रहे हैं। इनमें अनूपपुर जिले की कोतमा सीट से पूर्व विधायक शबनम मौसी, मुरैना जिले की अंबाह सीटे से नेहा किन्नर, दमोह जिले से रिहाना सब्बो बुआ, शहडोल जिले की जयसिंह नदर सीट से सुन्दर उर्फ सल्लू मौसी, होशंगाबाद सीट से पांची देशमुख और इंदौर 2 सीट से बाला वैश्वरा।

अखिल हिंदू महासभा के टिकट से प्रत्याशी हैं पांची
6 ट्रांसजेंडर प्रत्याशियों में से होशंगाबाद सीट से पांची देशमुख अखिल भारत हिंदू महासभा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि बाकी पांच ट्रांसजेंडर निर्दलीय उम्मीदवार हैं। बता दें कि देश की पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी साल 2000 के उपचुनाव में निर्दलीय चुनी गई थीं। गौरतलब है कि वो 14 से अधिक भाषाओं की जानकार मौसी ने तब 44.08 प्रतिशत मत पाकर भाजपा के उम्मीदवार को हराया था।

किससे है शबनम मौसी का मुकाबला
इस बार शबनम का मुकाबला भाजपा के पूर्व विधायक रह चुके दिलीप कुमार जायसवाल और कांग्रेस के सुनील कुमार से है। इसके अलावा पांची देशमुख का मुकाबला होशंगाबाद सीट के मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा से है।

 

230 सीटों के लिए 2907 प्रत्याशी
गौरतलब है कि प्रदेश में 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान किया जाएगा। इस बार मैदान में 2907 प्रत्याशी हैं जिनमें से 1102 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। ऐसे में प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। आरोप- प्रत्यारोपों के साथ वार-पलटवार का जोरदार सिलसिला जारी है। सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारक मैदान में उतार दिए हैं और जमकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। बता दें 11 दिसंबर को विधानसभा के नतीजे सभी के सामने होंगे।